कस्टम ने 40 करोड़ की अष्टधातु मूर्ति के साथ 2 स्मगलर पकड़े

Image result for 40 करोड़ के अष्टधातुकिशनगंज। एसएसबी 41 बटालियन और कस्टम (पीएंडआई) ने 40 करोड़ के अष्टधातु की सीता मां की मूर्ति के साथ दो तस्करों को किशनगंज से सटे पश्चिम बंगाल के बागडोगरा तथा नक्सलवाड़ी इलाके के बीच से दबोचने में सफलता पाई। इस अभियान का नेतृत्व सेनानायक राजीव राणा कर रहे थे। एसएसबी को गुप्त सूचना मिली कि दो तस्कर अष्टधातु की एक मूर्ति को लेकर तस्करी के माध्यम से नेपाल ले जाने के फिराक में हैं। सेनानायक राजीव राणा के नेतृत्व में डिप्टी कंमाडेट,सहायक सेनानायक ब्रजेश कुमार, विकास कुमार संग कस्टम सिलीगुड़ी (पीएण्डआई) के अधिकारियों के साथ बागडोगरा-नक्सलवाड़ी इलाके में जांच अभियान चलाया गया तथा जांच अभियान के दौरान दोनों तस्करों को अष्टधातु की एंटिक मूर्ति के साथ दबोचा गया।
मूर्ति सीता मां की है और काफी प्राचीन प्रतीत होती है। इसका वजन 12 किलो 780 ग्राम है। वहीं एसएसबी ने जब्त मूर्ति को नार्थ बंगाल यूनिवर्सिटी में जांच करवाने के बाद पुष्टि की है कि मूर्ति अष्टधातु की है और एंटीक है। इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 40 करोड़ आंकी गई है। सीमा सहित सीमावर्ती क्षेत्रो में एसएसबी विशेष अभियान चला रहा है। तस्करों ने बताया- नेपाल में मूर्ति बेचने जा रहे थे दबोचे गए दोनों तस्करों ने पूछताछ क्रम में एक ने अपना नाम संतोष कुमार पासवान (36 वर्ष), पिता रामसेवक पासवान, पीएस मीनापुर जिला मुजफ्फरपुर और दूसरे ने अपना नाम सुनील कुमार (33 वर्ष), पिता बिहु राय, पीएस मुज्जफरपुर, जिला मुजफ्फपुर बताया है। उन्होंने बताया है कि बिहार से मूर्ति चोरी करके वो बागडोगर-नक्सलवाड़ी के रास्ते नेपाल में मूत्ति बेचने जा रहा था, लेकिन उससे पहले वे दोनों एसएसबी और कस्टम के गिरफ्त में आ गए। बस से सफर करते हुए बागडोगरा और नक्सलवाड़ी के बीच के इलाके में पहुंचे थे। वहां से अन्तराष्ट्रीय तस्करों के गुर्गों की मदद से नेपाल गया था।

सौजन्य से : पीटीआई

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