नई दिल्ली: सरकार ने काले धन के खिलाफ अभियान तेज करते हुए ज्वैलर्स को उनकी तरफ से बेचे गए सोने का रिकॉर्ड मुहैया करने के लिए कहा है। एक्साइज ऑफिशियल्स ने 25 शहरों के 600 से भी ज्यादा ज्वैलर्स ये यह जानकारी मांगी है। इन ज्वैलर्स को पिछले चार दिनों के बीच बेचे गए सोने व अन्य ज्वैलरी के बारे में डिटेल्स मांगी गई हैं।
ज्वैलर्स को नोटिस किया गया है जारी
ऑफिशियल सॉर्सेज ने बताया कि डाइरेक्टरेट जनरल ऑफ सेंट्रल एक्साइज इंटेलिजेंस (डीजीसीईआई) के ऑफिशियल्स ने इन ज्वैलर्स को नोटिस भेज दिया है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के तहत काम करने वाली डीजीसीईआई ने इन ज्वैलर्स को पिछले 4 दिनों के भीतर बेचे गए गहनों को लेकर जानकारी मांगी है। नोटिस में उनसे उनका मौजूदा स्टॉक और 7 नवंबर के बाद से उन्होंने कितनी बिक्री की। इसकी पूरी डिटेल मांगी गई है। डीजीसीईआई ऑफिशियल्स की टीम देश के कुछ बड़े ज्वैलरी स्टोर्स में भी जा रही है
इन मुख्य शहरों के ज्वैलर्स हैं जांच के घेरे में
सॉर्सेज के मुताबिक दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद समेत बेंगलूरू और हैदराबाद जैसे शहरों के ज्वैलर्स जांच के घेरे में हैं। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई दूसरे शहरों में भी बढ़ाई जा सकती है। डीजीसीआई की ये कार्रवाई फाइनेंस मिनिस्ट्री के उस आदेश के बाद आई है, जिसमें सभी ज्वैलर्स को सोने और अन्य ज्वैलरी कस्टमर की पैन डिटेल्स लेने के बाद ही बेचने का निर्देश दिया गया है।
ज्वैलर्स को कस्टमर का पैन नंबर लेना है जरूरी
रेवेन्यू सेक्रेटरी हंसमुख आदिया ने बताया कि जो व्यक्ति ज्वैलरी खरीदता है, उसे पैन नंबर देना जरूरी है। उन्होंने बताया कि हम सभी फील्ड अथॉरिटीज को जांच के निर्देश दे रहे हैं। उन्हें यह देखना है कि सरकार के इस निर्देश को सभी ज्वैलर्स फॉलो कर रहे हैं या नहीं। आदिया ने कहा कि जो ज्वैलर्स इस रिक्वायरमेंट को पूरा नहीं कर पाए, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जब ज्वैलर्स के कैश डिपोजिट्स की जांच की जाएगी, तो तो उस समय यह भी देखा जाएगा कि उन्होंने इस रिक्वायरमेंट को पूरा किया है कि नहीं।
सौजन्य से : मनी भास्कर