दुबई पोर्ट से भारतीय बासमती चावल के 250 कंटेनर गायब

Related imageसरकार इसकी तह तक जाये क्योंकि कुछ साल पहले चावल के सैकड़ों कंटेनर ईरान के लिए गए थे मगर रास्ते बदल कर दुबई उतार दिए गए थे। अभी तक उसकी जांच डीआरआई में अधूरी है।

दुबई जैसे सख्त कानूनों वालों देश में जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता वहां पर इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है?
सरकार इसकी जांच करे की कंटेनर यहां से गए भी है या सिर्फ कागजों में गए है?
कही किसी पॉलिसी का मिसयूज तो नहीं है? क्योंकि भारत में कुछ भी संभव है।

जनवरी 2016 का केस
ग् डीआरआई हेडक्वार्टर ने चावल एक्सपोर्ट में भारी हेराफेरी पकड़ी।
ग् चावल ईरान भेजे जाते थे मगर रास्ते में कागज बदल कर माल दुबई उतार दिया जाता था।
ग् मगर अखबारों में छापा था कि 1000 हजार करोड़ की वसूली होगी मगर 10 करोड़ भी नहीं वसूले गए केस पर मिट्टी डाल दी गई जांच बंद कर दी गई।

 

नई दिल्ली : मेरठ से सऊदी अरब निर्यात किए गए भारतीय बासमती चावल के 250 कंटेनर दुबई पोर्ट से गायब हो गए हैं। उनमें 30 से 35 करोड़ रुपये की कीमत का बासमती चावल था। कंटेनर गायब होने से निर्यातकों में हड़कंप मचा है। घटना के करीब 15 दिन बाद भी कंटेनर्स का पता नहीं चल पाया है। इस प्रकरण को भारतीय दूतावास में भी रखा गया है।
ईरान के बाद सऊदी अरब दूसरा ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा भारतीय बासमती का निर्यात होता है। दोनों देशों में भारतीय बासमती को बहुत पसंद किया जाता है। ज्यादा बासमती निर्यात के मामले में दो साल पहले सऊदी अरब नंबर वन था। फिलहाल ईरान आगे है।
हाल ही में सऊदी अरब निर्यात के लिए गए बासमती के 250 कंटेनर दुबई पोर्ट से गायब होने से निर्यातक परेशान हैं। निर्यातक गायब माल को बरामद कराने के लिए लगे हुए हैं। मामले में हरियाणा में एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। साथ ही आॅल इंडिया राइस एक्सपोर्ट एसोसिएशन ने प्रकरण को भारतीय दूतावास में भी रखा है।
बासमती बड़ी मात्रा में विदेशों में निर्यात होता है। हाल ही में निर्यातकों को दूसरी बार बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा है। एक ओर ईरान में निर्यात किए बासमती का 1500 करोड़ रुपये फंसा है।
वहीं अब सऊदी अरब निर्यात किए गए बासमती के कंटेनर गायब हो गए हैं। इन दोनों मामलों को लेकर निर्यातक परेशान हैं। बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ. रितेश शर्मा के अनुसार भारतीय दूतावास से ही इस मामले में मदद मिलेगी।
उन्हें पूरी जानकारी दे दी गई है। उम्मीद है जल्द सभी कंटेनर का पता चला जाएगा। हरियाणा में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। 250 कंटेनर में करीब 30 से 35 करोड़ रुपये का माल था।

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