नई दिल्ली : सरकार को उम्मीद है कि रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण ईरान का चाबहार बंदरगाह अगले साल दिसंबर तक शुरू हो जाएगा।
इससे ईरान के रास्ते भारत के लिए पाकिस्तान जाए बिना सामुद्रिक और थल रास्ते से अफगानिस्तान पहुंचने का रास्ता मिल जाएगा। अमेरिका की आपत्ति के बावजूद भारत ने इस बंदरगाह के विकास के लिए इसी महीने ईरान के साथ एक समझौता किया है। सड़क परिवहन, राजमार्ग और पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘चाबहार बंदरगाह पर काम शुरू हो गया है। यह कांडला पोर्ट ट्रस्ट (केपीटी) और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) का संयुक्त उद्यम है। इस संबंध में 3 महीने के भीतर समझौते के एक मसौदे पर हस्ताक्षर कर लिए जाएंगे।