एक देश एक कर की व्यवस्था लागू करने के उद्देश्य से भारत में 1 जुलाई 2017 को जीएसटी प्रणाली लाई गई

Image result for gstनई दिल्ली  : एक देश एक कर की व्यवस्था लागू करने के उद्देश्य से भारत में 1 जुलाई 2017 को जीएसटी प्रणाली लाई गई। इसे देश का सबसे बड़ा कर सुधार कहा जाता है। जीएसटी लागू होने के बाद कई तरह के टैक्स एक ही कर में समाहित हो गए। इससे आम जनता को काफी लाभ पहुंचने का दावा सरकारों द्वारा किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सारे देश में एक कर हो जाने से वस्तुओं की कीमतों में एकरूपता आएगी। इससे देश के किसी भी राज्य में कोई भी वस्तु खरीदने पर उनके दामों में कोई अंतर नहीं रहेगा। जीएसटी को आसान बनाने वाले ऐप्स हैं मौजूद
जीएसटी देश में लागू तो हो गया है लेकिन इसे समझ पाना अभी आम जनता की समझ से बाहर ही है। जीएसटी की दरों की गणना करना बेहद जटिल प्रक्रिया है। इसके लिए तमाम कंपनियों ने अलग-अलग ऐप्स लॉन्च किए हैं जो इस कर प्रणाली की जटिलताओं को आसान बनाने की कोशिशें करते हैं। जीएसटी के रेट्स पता करने के लिए एसएसी कोड्स भी आपकी मदद करते हैं।
क्या है एसएसी?
जीएसटी रेट्स के बारे में जानकारी के लिए सीबीईसी यानि कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज ऐंड कस्टम्स एक कोड जारी करता है। इसे एसएसी या सर्विस अकाउंटिंग कोड्स कहा जाता है। यह जीएसटी के अंदर सेवाओं के वर्गीकरण के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
एसएससी कोड से तय होते हैं जीएसटी रेट्स
जीएसटी रेट्स जानने के लिए एसएसी कोड्स का इस्तेमाल करना बहुत आसान है। एसएसी या एचएसन कोड्स के हिसाब से ही जीएसटी की दरें तय की जाती हैं। ऐसे कई तरह के वेबसाइट्स हैं जो जीएसटी के लिए एसएसी कोड्स के लिस्ट की सुविधा अपने यहां उपलब्ध कराते हैं। इन सबके अलावा जीएसटी की आधिकारिक सरकारी वेबसाइट पर भी आपको जीएसटी संबधी जानकारियां मिल सकती हैं। यहां भी एसएसी कोड्स की लिस्ट आपको मिल जाएगी। कई वेबसाइट्स पर वस्तुओं की लिस्ट में से वांछित वस्तुओं को चुनने पर जीएसटी रेट्स और एसएसी कोड दोनों मिल जाते हैं।

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