हॉलमार्क ज्वैलरी का वैट और सर्विस टैक्स के साथ पक्का बिल लो

नई दिल्ली : ज्वैलरी के धंधे में ग्राहकों के साथ सिर्फ कैरेट और भाव के नाम पर ही नहीं बल्कि पॉलिश और मीना के नाम पर भी गोलमाल होता है। यदि इन सबसे आपको बचना है तो उसका समाधान सिर्फ और सिर्फ वैट, सर्विस टैक्स का भुगतान कर पक्के बिल के साथ ली हुई हॉलमार्क ज्वैलरी को खरीदना ही है। टैक्स के नाम पर सिर्फ हौवा है, लेकिन सच्चाई तो यह है कि एक लाख रुपये की ज्वैलरी पर मात्रा एक हजार, 612 रुपये ही वैट और सेल टैक्स लगता है और आपके खरे पैसे में खरे माल की गारंटी भी हो जाती है।
इसी कड़ी में खुलासा हुआ है कि चार रुपये प्रतिग्राम के नाम से लेबर देकर ज्वैलरी बनाने वाले ज्वैलर्स आप से 300 से 600 रुपये प्रतिग्राम की लेबर लेते हैं। लेबर को 0.5 से तीन प्रतिशत की पॉलिश देने वाले आप से पांच प्रतिशत लेते हैं।
इसके अलावा आभूषण बनाने वाले कारीगर स्टोन और मीना का वजन काटकर ही पॉलिश और लेबर लेते हैं। लेकिन आपको कई जगह स्टोन और मीना का दाम भी सोने के भाव के हिसाब से चुकाना पड़ता है।
कुल मिलाकर आपके हाथ जो ज्वैलरी आती है, उसके सोने का दाम 80 से 75 ही रह जाता है।

सौजन्य से : भास्कर न्यूज

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