नई दिल्ली : क्राइम ब्रांच ने दो ट्रॉली बैग में छिपाकर ब्राजील से दिल्ली लाई गई कोकीन के साथ एक विदेशी नागरिक को अरेस्ट किया है। आरोपी की पहचान आरमेंडो लोप्स रेएस (64) के रूप में हुई। वह मूलरूप से ब्राजील का ही रहने वाला है। दोनों बैग से 1,300 ग्राम कोकीन बरामद हुई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उम्दा क्वॉलिटी की इस कोकीन की इंटरनैशनल मार्केट में 6 करोड़ 50 लाख रुपये कीमत है।
जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि क्राइम ब्रांच को पुख्ता सोर्स से पता चला था कि एक विदेशी नागरिक ब्राजील से कोकीन की बड़ी खेप दिल्ली लेकर आ रहा है। वह टी-3 टर्मिनल पर उतरेगा। इस सूचना के आधार पर एसीपी केपीएस मल्होत्रा की देखरेख में एक टीम बनाई गई। पुलिस टीम ने टर्मिनल थ्री पर ट्रैप लगाकर विदेशी नागरिक को पूछताछ के लिए रोका। शुरुआत में विदेशी नागरिक ने पुलिस को जांच में सहयोग नहीं किया।
इसके बाद पुलिस उसे दो ट्रॉली बैग सहित अपने ऑफिस लेकर आई। यहां पर एक्सपर्ट टीम ने जब दोनों ट्रॉली बैग का बारीकी से मुआयना किया तो कुछ गड़बड़ लगी। पुलिस ने जब दोनों बैग की रॉड में लगे स्क्रू को खोला तो उसमें छिपाकर रखी गई कोकीन मिल गई। यह कोकीन छोटे-छोटे पैकेट बनाकर खास तरह से पैक करके छिपाई गई थी। प्रत्येक पैकेट की इस तरह से पैकिंग की गई थी कि जब सामान को स्कैनर से गुजारा जाए तो वहां लगे एक्सरे भी बैग में छिपाई गई कोकीन को पकड़ न पाए।
पुलिस ने जब आरोपी के पासपोर्ट की जांच की तो पता चला कि वह पिछले साल मई, जुलाई और अक्टूबर में इंडिया आया था। आरोपी ने बताया कि उसे यह कोकीन ब्राजील से इंडिया पहुंचाने के लिए शुरुआत में 1000 डॉलर दिए गए थे। वापस ब्राजील लौटने पर उसे 500 डॉलर और मिलने थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी से अफीका, एशिया, यूरोप और नॉर्थ अमेरिका से हो रही ड्रग्स तस्करी के बारे में भी कई अहम जानकारियां मिली हैं।
हाईटेक आइजीआइ एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध
क्राइम ब्रांच द्वारा आइजीआइ एयरपोर्ट के बाहर तस्कर को गिरफ्तार कर उसके पास से कोकीन बरामद किए जाने की घटना ने एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) न केवल भारत बल्कि विश्व के हाईटेक एयरपोर्ट में एक है। यहां बहुत ही चुस्त सुरक्षा के दावे किए जाते हैं। बावजूद इसके ब्राजील से दिल्ली आए तस्कर ट्राली बैगों में कोकीन छिपाकर एयरपोर्ट से बाहर निकलने में कामयाब हो गया।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस संबंध में एयरपोर्ट प्रशासन को पत्र के जरिए आगाह कराया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था और अधिक चाकचौबंद करने के लिए अनुरोध किया जाएगा।
क्राइम ब्रांच के संयुक्त आयुक्त रविंद्र यादव के मुताबिक पेरु का रहने वाला अरमांडो दो ट्राली बैग के पाइपों व हैंडल के पास कोकीन छिपाए था। जब पाइपों को खोला गया तब उसके अंदर छोटे-छोटे पैकेट मिले। कोकीन को चार परतों के पैकेट के अंदर छिपाया गया था। पहली परत प्लास्टिक, दूसरी परत सिल्वर फ्वाइल, तीसरी परत प्लास्टिक रैपर व चौथी परत काले रंग के पीवीसी प्लास्टिक टेप की थी। इसके बाद उन पैकेटों को पाइपों के अंदर घुसा दिया गया था। अरमांडो ने पूछताछ में खुलासा किया कि इन चार परतों के बीच कोकीन को छिपाने पर कितनी भी हाइटेक एक्स-रे मशीन ड्रग्स की पहचान नहीं कर सकती है। यही वजह से एयरपोर्ट पर स्कैनिंग मशीन कोकीन की पहचान नहीं पाई। क्राइम ब्रांच का कहना है कि अगर अरमांडो का यह दावा सही है तब सुरक्षा की बड़ी चूक है।
स्रोत : दैनिक जागरण, नवभारत टाइम्स