दिल्ली में भी इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट में माफियागिरी शुरु

नई दिल्ली : पुरानी फिल्मों को याद करो तो उसमें माफिया को माल उतारते पुलिस, कस्टम को गोलियां चलाते देखा होगा। कितनी ही फिल्में स्मगलरों पर बनती थी। यह सब वहां होता था इसलिए ऐसा दिखाया जाता था कोई काल्पनिंक बातें नहीं होती थी। उसमें अफसरों की मिलीभगत भी दिखाई जाती थी आज भी मुम्बई में गुप्त रुप से स्मगलिंग का धंधा जोरों पर है, अफसरों की मिलीभगत से। अंडर-वेल्यूएशन तथा मिस डिक्लरेशन का धंधा जोरों पर है। बैन आइटमों को आरएमएस के द्वारा निकालना आम बात हो चुकी है। किराये की तथा फर्जी कम्पनियों में इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट करना भी आम बात हो चुकी है।
रेवेन्यू न्यूज़ में हमने बहुत पहले लिखा था कि एक समय ऐसा आने वाला है कि मुम्बई की तर्ज पर इन गलत कामों पर माफियाराज हो जायेगा। आज दिल्ली में भी क्रिमिनल टाईप लोगों ने इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट पर राज जमाना शुरु कर दिया है। दिल्ली में अब कितनी आईटमें माफिया टाईप लोगों के हाथों में आ चुकी है। जैसे कि चट्टन, पटाखे, एयर कंडिशनर गैस, सिगरेट, शराब और अन्य सामान जो कि माफिया धड़ल्ले से निकालता है। एक्सपोर्ट में भी इसी तरह फटे-पुराने कपड़े तथा अन्य सामान ड्रा-बैक माफिया निकाल रहा है। अफसरों की मिली-भगत से होता है यह काम। कुछ अफसर जब माल पकड़ने जाते है तो यह माफिया इनको मारने की धमकी भी देता है। अब सरकार जो भी मर्जी कर ले अब यह जो धंधा चल चुका है इसको कोई रोक नहीं सकता, दिल्ली मुम्बई बन कर रहेगी। भ्रष्ट अफसरों का जोर रहेगा गलत काम करने वालों को रोका गया तो गोलियां चलेंगी। इस सारे सिस्टम के पीछे कौन? सरकार इस पर गम्भीर हो क्योंकि यह भ्रष्ट अफसरों की वजह से हो रहा है।
सूत्रों की मानें तो आने वाले समय में गलत काम करने वाले क्लीरिंग एजेंटों तथा भ्रष्ट अफसरों का जोर रहेगा, कारण है मोटा पैसा कमाना। सजा के नाम पर दो तीन महीने कैद करोड़पति बनने के लिए दो तीन महीने जेल जाना इन लोगों के लिए बहुत आसान है। आज दिल्ली में कहां स्मगलिंग नहीं हो रही। एयर कोरियर, एफपीओ, एयरपोर्ट, आईसीडी तुगलकाबाद, आईसीडी पड़पड़गंज, दिल्ली एयर कार्गो इम्पोर्ट यह सब ठिकाने है इन स्मगलरों के। सरकार को यहां की सेंस्टीव पोस्टिंगों पर खास तौर पर ध्यान रखना पड़ेगा। नहीं तो दिल्ली के कस्टम अफसरों को गाना गाना पड़ेगा यह है ये है मुम्बई नगरिया तू देख बबुआ।

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