डॉलर तस्करी मामले में कस्टम्स ने रियल्टी कंपनी के एमडी को किया गिरफ्तार

कोच्चि, प्रेट्र। गरीबों को घर उपलब्ध कराने की केरल सरकार की परियोजना के संबंध में रिश्वत के रूप में हासिल विदेशी मुद्रा की तस्करी में मदद करने के आरोप में सीमा शुल्क (कस्टम) विभाग ने मंगलवार को एक निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) को गिरफ्तार कर लिया।

सूत्रों ने बताया कि यूनिटैक बिल्डर्स के एमडी डी. संतोष एप्पन को सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्त कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सीमा शुल्क विभाग के मुताबिक, एप्पन ने कथित रूप से तिरुअनंतपुरम स्थित संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास में कुछ कर्मचारियों को रिश्वत के रूप में विदेशी मुद्रा दी थी ताकि त्रिशूर जिले में लाइफ मिशन के तहत आवासीय परियोजना के निर्माण का ठेका हासिल किया जा सके। इस परियोजना को यूएई स्थित रेड क्रिसेंट सहायता एजेंसी वित्तीय मदद कर रही थी। गिरफ्तारी के बाद सीमा शुल्क विभाग ने एप्पन को एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (आर्थिक अपराध) की अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जमानत प्रदान कर दी गई।

मालूम हो कि केरल में सोना तस्करी मामले की जांच के दौरान डालर तस्करी का यह मामला सामने आया था और सीमा शुल्क विभाग इसकी जांच कर रहा है। एप्पन ने कथित तौर पर जानबूझकर विदेशी मुद्रा के गैरकानूनी ‘निर्यात’ में मदद की थी। विभाग के मुताबिक, यूएई के वाणिज्य दूतावास के पूर्व वित्त प्रमुख और मिस्त्र के नागरिक खालिद मुहम्मद अली शौकरी ने अगस्त, 2019 में कथित तौर पर 1.9 लाख अमेरिकी डालर तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट से मस्कट के रास्ते काइरो भेजे थे। सोना तस्करी मामले में प्रमुख आरोपित स्वप्ना सुरेश और सरीथ पीएस से पूछताछ में यह बात उजागर हुई थी।

सौजन्य से: दैनिक जागरण

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