अहमदाबाद: खुफिया राजस्व निदेशालय ने कानपुर की के.के. मिल्क फ्रेश इंडिया से 25 करोड़ रुपए की सीमा शुल्क चोरी उजागर की है। इस कंपनी ने एक्सपोर्ट प्रमोशन कैपिटल गुड्स (ईपीसीजी) योजना का दुरुपयोग किया था। यह स्कीम नए माल पर लागू है, लेकिन पुरानी और उपयोग किएगए माल या मशीनरी पर लागू नहीं है।
डीआरआई सूत्रों के अनुसार मुन्द्रा बंदरगाह पर आयात की गई मशीनरों के बारे में अधिकारियों को जानकारी मिली थी। अधिकारियों ने इसकी जांच की थी, जिसमें पाया था कि मशीनरी पुरानी और उपयोग की गईथी। यह मशीनरी के.के. मिल्क फ्रेश इंडिया की थी, जिसने ईपीसीजी स्कीम के तहत डेयरी प्लांट के लिए विभिन्न मशीनरी आयात की थी। इस मशीनरी की कीमत करीब 104 करोड़ रुपएथी। ये मशीनरी मुन्द्रा पोर्ट और भारतीय कंटेनर डिपो (आईसीडी)- तुगलकाबाद, नई दिल्ली से आयात की गई थी, जिसे आयातकर्ता ने अपने उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित प्लांट में रखा था। जांच के दौरान पाया गया कि ये मशीनरी पुरानी और उपयोग की गई थी। इन मशीनरी को जब्त कर लिया गया। वहीं डीआरआई अधिकारियों ने आयातकर्ता के गुडगांव स्थित कार्पोरेट कार्यालय भी जांच की थी, जहां से कई अहम दस्तावेज जब्त किए। डीआरआई अधिकारियों के अनुसार आयातकर्ता ने ईपीसीजी स्कीम का दुरुपयोग कर 25 करोड़ रुपए की सीमा शुल्क चोरी की है।
स्रोत : पत्रिका