चाय एक्सपोर्ट में भारी कमी

कोलकाता : इंडियन चाय एक्सपोर्टर्स को विदेश में डिमांड घटने से दिक्कत हो रही है। इस साल पहले पांच महीने में पिछले साल से 90 लाख किलो कम एक्सपोर्ट हुआ है। ट्रेडर्स के मुताबिक यह ट्रेंड जून और जुलाई में भी बरकरार रह सकता है।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान और इजिप्ट साउथ इंडिया से ज्यादा चाय नहीं खरीद रहे हैं, जबकि यूरोप की तरफ से दार्जिलिंग चाय जैसी स्पेशियलिटी चाय में केमिकल होने की बात पर आपत्ति जताई जा रही है। इसकी वजह से दार्जिलिंग टी प्रोड्यूसर्स और मर्चेंट एक्सपोर्टर्स को फिक्र होने लगी है।tea-sector-to-lift-exports-prices-161551-tea
लीडिंग टी एक्सपोर्टर अंशुमान कनोडिया कहते हैं, ‘अब सब ईरान पर डिपेंड कर रहे हैं। दूसरे मार्केट्स में बहुत दिक्कत है। EU में बायर्स स्पेशियलिटी चाय में केमिकल मिले होने का मुद्दा उठाया है। इससे चाय के एक्सपोर्ट में कमी आ सकती है। रूस में रुबल की कमजोरी से भी एक्सपोर्टर्स को दिक्कत हो रही है।’
दार्जिलिंग के 87 चाय बागानों में सालभर में लगभग 90 किलो चाय की पैदावार होती है। इसमें से 40-50% एक्सपोर्ट होता है। उस पर एक्सपोर्टर्स को अच्छा प्रॉफिट होता है। इसी तरह, साउथ इंडिया में 20 करोड़ किलो चाय होती है जिसमें से लगभग 10 लाख किलो चाय का एक्सपोर्ट होता है। यह बात इंडियन टी एसोसिएशन के वाइस चेयरमैन और मैक्लॉयड रसेल में डायरेक्टर आजम मुनीम ने बताई।
मुनीम ने बताया, ‘साउथ और नॉर्थ दोनों ही इलाकों में सस्ती चाय की डिमांड में कोई बदलाव नहीं आया है। हालांकि, अच्छी क्वॉलिटी वाली चाय की डिमांड घटी है इससे दूसरे क्वॉर्टर में एक्सपोर्ट घट सकता है। यूरो में 10 से 15% डीवैल्यूएशन हो चुका है। इससे भी इंडियन टी एक्सपोर्टर्स की आमदनी पर दबाव बनेगा।’
उन्होंने कहा कि असम की चाय की डिमांड अच्छी खासी है, क्योंकि गरम और सूखे मौसम के चलते केन्या में इस साल अब तक प्रॉडक्शन 20 से 25 पर्सेंट यानी 5 करोड़ किलो घटा है। उन्होंने बताया कि हाई ग्रेड असम चाय केन्या ग्रेड वाले चाय का विकल्प है। उन्होंने यह भी बताया कि ब्रिटेन, पाकिस्तान और इजिप्ट से अच्छी क्वॉलिटी वाले असाम चाय की डिमांड आने लगी है। ब्रिटेन से जुलाई तक के तीन महीने में खूब पूछताछ हुई है। इजिप्ट और पाकिस्तान की डिमांड बनी रहने पर इंडियन टी एक्सपोर्ट को पक्का बढ़ावा मिलेगा।
मुनीम ने बताया कि इंटरनेशनल मार्केट में केन्या की चाय की कीमत $3.5-4.5 प्रति किलो पड़ती है, जबकि अच्छी क्वॉलिटी वाली असम चाय का भाव $3.5 प्रति किलो पड़ रहा है। पिछले साल यहां से लगभग 20 करोड़ किलो चाय का एक्सपोर्ट हुआ था। इंडियन टी एसोसिएशन के एडिशनल सेक्रेटरी सुजीत पात्रा ने बताया कि मई तक चाय का आउटपुट पिछले साल से 2.4 करोड़ किलो ज्यादा रहा था। लेकिन जून में भारी बारिश के चलते फसल प्रभावित होने की वजह से आसाम की चाय का प्रॉडक्शन कम रहा। इसलिए जनवरी से जून के बीच टी प्रॉडक्शन ग्रोथ फ्लैट रह सकती है।

स्रोत : ईटी

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