– कस्टम एण्ड सेंट्रल एक्साइज दिल्ली में भ्रष्टाचार के लिए सबसे भ्रष्ट पोर्ट आईसीडी तुगलकाबाद माना जाता है। मगर सही मायने में देखा जाये तो सबसे भ्रष्ट है सेंट्रल एक्साइज दिल्ली-। और दिल्ली-।। जहां पर मलाईदार पदों की बोली लगती है और रिश्वत की सबसे ज्यादा वसूली की जाती है। दूसरे नम्बर पर दिल्ली आईजीआई एयर पोर्ट पर भी भारी भ्रष्टाचार। खूब वसूली होती है पेसेंजरों तथा स्मगलरों से।
– भारत के कस्टम एण्ड सेंट्रल एक्साइज के चेयरमैन जांच करें कि इंस्पेक्टरों-सुप्रिडेंटों तथा डिप्टी कमिश्नरों-अडिश्नल कमिश्नरों की ट्रांसफर पोस्टिंग में सीबीईसी द्वारा बनाई गई गाईड लाइन फालों हो रही है या नहीं। सूत्रों की मानें तो ज्यादातर मलाईदार पदों पर भ्रष्ट अफसरों का ही राज क्यों? यही अफसर घूम-घूमकर मलाईदार पद बदलते रहते है। सेंट्रल एक्साइज के सभी कमिश्नरेटों में तैनात एंटीविजन अफसरों की हिस्ट्री ऑफ पोस्टिंग निकाल कर देखी जाये कि यह अफसर हमेशा मलाईदार पदों पर ही क्यों रहते है तथा कस्टम में भी देखा जाये कि मलाईदार पदों पर बैठे अफसर वापिस घूम-घूमकर आईसीडी तथा अन्य मलाईदार पोस्टिंगों पर क्यों आते है? कौन देगा इसका जवाब इन अफसरों की पोस्टिंगों पर क्यों मानी जाती है अप्रोच? कौन करता है इनकी अप्रोच?क्या पैसे से होती है ट्रांसफर पोस्टिंग? क्यों नहीं चेयरमैन सीबीईसी इस पर ध्यान देते? यह सबसे गम्भीर विषय है कि ईमानदारी से काम करने वाले अफसर बेकार के पदों पर ही बैठे रह जाते है और भ्रष्ट अफसर मलाईदार पदों पर बैठ जाते है।