कस्टम अधिकारियों पर बिल्डरों का हमला

देहरादून: 17 जुलाई कुछ बिल्डरों ने कर्मचारियों को बंधक बनाने और उनसे मारपीट का आरोप लगाते हुए कस्टम ऑफिस में जमकर हंगामा किया। इस दौरान बिल्डरों और कस्टम अधिकारियों में मारपीट भी हुई। पुलिस ने बिल्डरों को खदेड़ मामला शांत कराया।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय उत्पाद शुल्क एवं सीमा शुल्क व सेवा कर (कस्टम) विभाग के उत्तर भारत क्षेत्र में बिल्डरों पर की गई छापेमारी के क्रम में शुक्रवार को दून में भी तीन बिल्डरों के ठिकाने खंगाले गए। इस दौरान देर शाम कस्टम अधिकारी एक बिल्डर के कुछ कर्मचारियों को पूछताछ के लिए साथ ले गए।B1 जिनसे रात तक पूछताछ जारी रही। इस पर बिल्डरों का पारा चढ़ गया और उन्होंने कस्टम ऑफिस पहुंच हंगामा शुरू कर दिया। बिल्डरों का आरोप था कि कस्टम अधिकारियों ने कर्मचारियों को जबरन बंधक बना रखा है, उनसे मारपीट कर रहे हैं। यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों ने एक कर्मचारी को भूखा रखा हुआ है, जबकि उसका रोजा था। कस्टम अधिकारियों ने बिल्डरों का विरोध किया तो मारपीट शुरू हो गई। इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने बिल्डरों को खदेड़ हंगामा शांत कराया। हंगामे की सूचना पर वहां मसूरी विधायक गणेश जोशी भी पहुंच गए थे।
वहीं, एसपी सिटी अजय सिंह ने बताया कि उक्त कर्मचारी से इस बाबत बात करने पर पता चला कि उसे बंधक नहीं बनाया गया है, बल्कि पूछताछ के लिए रोका हुआ है। कर्मचारी के लिए टिफिन मंगवाया गया था। अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है।
एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी
कस्टम की मेरठ व नोएडा समेत विभिन्न क्षेत्रों के करीब 40 अधिकारियों की टीम ने दून में राजेंद्र नगर, मसूरी रोड, तेग बहादुर रोड समेत बिल्डरों के एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी। देर रात तक चली कार्रवाई में सेवा कर चोरी का आकलन जारी था। बताया जा रहा है कि उत्तर भारत क्षेत्र में करीब 25 बिल्डरों पर यह कार्रवाई एक साथ की गई। सूत्रों के मुताबिक बिल्डर लोगों से सेवा कर तो वसूल करते हैं, मगर उसका बड़ा हिस्सा विभाग में जमा नहीं कराया जाता। लंबे समय से इस संबंध में कस्टम अधिकारियों को शिकायत मिल हो रही थी।

स्रोत : जागरण

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