नई दिल्ली : सूरत के इतिहास में सबसे बड़े घोटाले एक्सपोर्ट ओरिएन्टेड यूनिट के मामले की जांच अब कस्टम विभाग को सौंपी गई है। अभी तक मामले में एक्साइज विभाग जांच कर रहा था।
एक्सपोर्ट के नाम पर एक्सपोर्ट ओरिएन्टेड यूनिट में सूरत के कई उद्यमियों ने बड़े पैमाने पर घोटाला किया था। विदेश से कच्चा माल मांगने के बाद उसे प्रोसेस कर निर्यात करने के स्थान पर स्थानीय बाजार में ही बेच देते थे। इस घोटाले का पदार्फाश वर्ष 2001 में हुआ था, जिसमें कई अधिकारी भी शंका के दायरे में थे। 1200 करोड़ रुपए के इस घोटाले में जांच के दौरान कई पेढ़ियां(खातें)बोगस होने का खुलासा हुआ था।
कइयों ने चपरासी या अन्य किसी के नाम पर खातें खोले होने का पता चला था। 17 साल बाद भी इस घोटाले की जांच में विभाग को विशेष सफलता नहीं मिली है। मामले में रिकवरी के लिए एक्साइज विभाग कि ओर से स्पेशल टास्क फोर्स गठित की गई, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। सेन्ट्रल एक्साइज एंड कस्टम बोर्ड ने अब इस मामले की जांच और रिकवरी के लिए कस्टम विभाग को फाईल सौंप दी है। कस्टम अधिकारी मामले में अपनी जांच शुरू करेंगे। अभी तक मामले में एक्साइज विभाग जांच कर रहा था।