लगातार नौवें महीने घटा आयात, सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटी

नई दिल्ली : देश के निर्यात में लगातार नवें महीने गिरावट दर्ज हुई है। इस साल अगस्त में भारत का निर्यात 20.66 फीसदी घटकर 21.26 अरब डॉलर रहा। पिछले साल इसी महीने में देश से 26.8 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। वहीं, सोने का आयात 140 फीसदी बढ़ने से देश का व्यापार घाटा बढ़कर 12.47 फीसदी पर पहुंच गया है।import

निर्यात घटने में इंजीनियरिंग और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के शिपमेंट में आई गिरावट का मुख्य योगदान है। साथ ही वैश्विक सुस्ती और जिंसों की वैश्विक कीमतों में नरमी भी जिम्मेदार मानी जा रही है। पिछली बार निर्यात में बढ़ोतरी नवंबर 2014 में देखने को मिली थी। तब इसमें 7.27 फीसदी का इजाफा हुआ था।

दूसरी तरफ, अगस्त में देश के आयात में भी 9.95 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है और साल के आठवें महीने में 33.74 अरब डॉलर रहा है। वहीं, सोने का आयात अधिक होने से माह में देश का व्यापार घाटा बढ़कर 12.47 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह पिछले साल इसी महीने में 10.66 अरब डॉलर रहा था। हालांकि इस साल जुलाई माह की तुलना में यह कम है। जुलाई में यह 12.81 अरब डॉलर था। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनाें (अप्रैल-अगस्त) के दाैरान निर्यात 16.17 फीसदी घटकर 111.09 अरब रहा। आयात भी 11.61 फीसदी घटकर 168.6 अरब डॉलर रहा। और इसके फलस्वरूप व्यापार घाटा 57.5 अरब डॉलर रहा।

140 फीसदी अधिक हुआ सोने का आयात
अगस्त के दौरान देश में सोने का आयात 140 फीसदी अधिक हुआ है और साल के आठवें महीने में इसका आंकड़ा 4.95 अरब डॉलर रहा है। जबकि पिछले साल इसी में 2.06 अरब डॉलर मूल्य के सोने का आयात हुआ था। एक्सपोर्टर्स ने जताई चिंता : फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन्स (फियो) के प्रेसीडेंट एससी रल्हन ने कहा कि सरकार को इस गिरावट को रोकने के लिए सरकार को तत्काल इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम को बढ़ाने जैसे उपाय तत्काल करना चाहिए।

सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटी
कमजोर वैश्विक संकेतों के मद्देनजर सरकार ने सोने-चांदी पर आयात शुल्क मूल्य घटा दिया है। मंगलवार को लिए फैसले के मुताबिक सोने पर आयात शुल्क मूल्य 359 डॉलर होगा। यह सितंबर के पहले पखवाड़े में 369 डॉलर प्रति दस ग्राम था। इसी तरह, चांदी के आयात शुल्क मूल्य को घटाकर 470 डॉलर किया है। यह माह के पहले पखवाड़े में 471 डॉलर प्रति किलो था। आयात शुल्क मूल्य वह मूल्य है जिसके आधार पर कस्टम ड्यूटी की गणना की जाती है। इसका उद्देश्य बिल में कम मूल्य दिखाकर होने वाले सोने के आयात को रोकना है।