संघ का स्वदेशी जागरण मंच पिछले लंबे समय से चीनी ई-कॉमर्स प्रोडक्ट इंपोर्ट के मुद्दे पर वित्त मंत्रालय के समक्ष उठाता रहा है।
नई दिल्ली. मुंबई कस्टम ने सिनो इंडिया ईटेल (Sino India Etail) के करीब 500 पार्सल को सीज कर दिया है। सिनो इंडिया ईटेल एक ऑधिकारिक इंडियन सेलर है, जो कि चीनी पार्सल और लाइफ स्टाइल ईटेलर की सप्लाई करती है। हालांकि करीब एक दर्जन चीनी कंपनियां पर ई-कॉमर्स प्रोडक्ट को गलत तौर से भारत भेजने का आरोप है। साथ ही ई-कॉमर्स कंपनियों गिफ्ट के आड़ में भी चीनी प्रोडक्ट की सप्लाई करती हैं जिससे टैक्स ड्यूटी बचायी जाती है और इसके चलते भारत में सस्ती कीमत पर सामान बेचा जाता है। इस घटना के बाद मुंबई ट्रर्मिनल को अलर्ट पर रखा गया है।
5000 रुपए तक के गिफ्ट पर छूट का फायदा
कस्टम अधिकारियों के मुताबिक चीनी ई-कॉमर्स कंपनियां भारत सरकार के उस कानून का फायदा उठाती थी, जिसके तहत नॉन रेजिडेंस इंडियन 5000 रुपए तक के प्रोडक्ट को अपने परिवार के लिए घर भेज सकती थे। हालांकि अब भारत सरकार सक्रियता दिखाते हुए 13 जून को गिफ्ट भेजने की गाइडलाइन की समीक्षा की। इसे संशेधन के लिए आगामी बजट सत्र में संसद में पेश किया जा सकता है।
स्वदेशी जागरण मंच करता रहा विरोध
सिनो इंडिया ईटेल के खिलाफ जांच में पचा चला है कि चीन से भारत भेजने वाले ई-कॉमर्स प्रोडक्ट की पैकेजिंग B2C मॉडल की होती थी, जबकि क्लीयरेंस B2B मॉडल से होता था। सिंजो इंडिया ईटेल के अलावा ग्लोबमैक्स कॉमर्स इंडिया के पार्सल सीज किए गए हैं। ग्लोबमैक्स चीनी ईटेल क्लब फैक्ट्री की एक लोकल यूनिट है। चीनी ई-कॉमर्स फर्म सिनो इंडिया ईटेल और ग्लोबमैक्स जैसी इंपोर्टर के जरिए भारत को बिना 42.08 प्रतिशत ड्यूटी दिए बड़ी तादात में प्रोडक्ट भेजती हैं। संघ का स्वदेशी जागरण मंच पिछले लंबे समय से चीनी ई-कॉमर्स प्रोडक्ट इंपोर्ट के मुद्दे पर वित्त मंत्रालय के समक्ष उठाता रहा है।
source by money bhaskar