नई दिल्ली : डीआरआई- जोनल यूनिट के अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि गांधीधाम की कंपनी सिद्वार्थ इम्पेक्स पर्यावरण एक वन विभाग के मंत्रालय एवं विदेश नीति को दरकिनार कर मुन्द्रा बंदरगाह से 40 फिट कन्टेनर में पुराने और उपयोगी कार टायरों की तस्करी का प्रयास कर रही है। ये कन्टेनर रोटरडम और नीदरलैंण्ड से लाए जा रहे हैं।
भारतीय मानक बयोरो के निर्धारित मानको से आयात नीति के मुताबिक टायर होना चाहिए। पुराने और उपयोगी टायरों को आयात करने से पहले पर्यावरण एवं वन विभाग की अनुमति लेनी होती है। पुराने और उपयोगी टायर केवल कबाड़ में लाए जा सकते हैं, लेकिन उनके दो से तीन कंटिग के बाद से ही सीमा शुल्क विभाग से क्लीयरंस लिया जा सकता है। यह कंपनी फर्जी दास्तावेज तैयार कर टायरों को मंगा रही थी।
इसके चलते डीआरआई ने मुन्द्रा ब्रदरगाह पर निगरानी की। जब कन्टेनर मुन्द्रा बंदरगाह पर पहुंचे थे डीआरआई टीम ने इसकी सूचना विशेष जांच एवं खुफिया विभाग,कस्टम-मुन्द्रा को दी। जब कन्टेनर को खोला गया तो उसमें पुराने और उपयोगी टायर मिले। विशेष जांच और खुफिया विभाग-,कस्टम-मुन्द्रा ने जखीरा जब्त कर लिया,जिसकी लागत एक करोड़ रुपए थी।