सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पीएमओ से आने वाली इंफोरमेशन तथा शिकायतों को बिना जांच के ही रद्ी में डाल दिया जाता है। रेवेन्यू न्यूज के पास इस तरह का मामला आया है जिसमें पता चलता है कि इन शिकायतों तथा इंफोरमेशनों को पर्सनल लेवल पर जांच करके या बिना जांच के ही दबा दिया जाता है। डीआरआई में स्टाफ कम है इस बात को हम अगले अंक में लिखेंगे की इतनी बड़ी दिल्ली है बीसीओं पोर्ट है मगर डीजेडयू का स्टाफ 20 लोगों का भी नहीं है। कोई आना नहीं चाहता या सरकार ज्यादा स्टाफ भर्ती ही नहीं करना चाहती क्यों?