डीआरआई जयपुर को भारी कामयाबी

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जयपुर। डीआरआई ने सोने की तस्करी करने वाले चार ज्वैलरों को गिरफ्तार किया है। ये एक्सपोर्ट की गई ज्वैलरी के कागजात में सोने का जितना वजन दिखाते थे, वास्तव में उसका 10: सोना ही ज्वैलरी में होता था। इन्होंने 8 महीने में 25 किलो ड्यूटी फ्री सोना आयात किया, जिसकी ज्वैलरी बनाकर निर्यात किया जाना था, लेकिन आरोपियों ने 7.30 करोड़ का 22.5 किलो सोना देश में ही खपा दिया।
आरोपियों में फैक्ट्री संचालक दिल्ली निवासी राजेश वर्मा, देवेंदु दास, गुड़गांव निवासी सुनील दहिया संदीप जैन हैं। इस पूरे मामले में 73 लाख रु. की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। 698 ग्राम सोने में अन्य धातुएं मिला 7 किलो ज्वैलरी बनाई सीतापुरासेज में डीएसआर ओवरसीज की ज्वैलरी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट जून 2016 में लगाई गई थी। फैक्ट्री संचालक ने 25 फरवरी 2017 को विदेश भेजने के लिए सोने की ज्वैलरी तैयार की।
डीआरआई ने इस खेप को जब्त कर कागजात देखे तो उनमें भी 7 किलो सोने की ज्वैलरी का उल्लेख था, लेकिन जांच में मात्र 698 ग्राम सोना मिला। बाकी वजन के नाम पर अन्य धातु मिलाई गई थी। इस पर डीआरआई ने चारों को गिरफ्तार किया। राजस्व खुफिया निदेशालय के एडिशनल डायरेक्टर आरके मिश्रा ने इस कार्रवाई की पुष्टि की। राजेश सुनील ज्वैलरी यूनिट में पार्टनर, संदीप का जयपुर में रियल एस्टेट का भी कारोबार चारोंआरोपियों को आर्थिक अपराध अदालत में पेश किया गया। एडवोकेट बनवारी लाल ताखर ने बताया कि न्यायालय ने सभी को जेल भेज दिया है। पूछताछ में सामने आया है कि फैक्ट्री संचालक दुबई से सोना आयात करते और दुबई हांगकांग को निर्यात करते थे। आयात किए गए सोने में से सिर्फ 10 प्रतिशत सोने की ज्वैलरी बनाकर निर्यात करते थे और बाकी सोना देश में ही खपा देते थे। संदीप कुमार जैन ज्वैलरी उद्योग के साथ ही नौलखा बिल्डकॉन प्राइवेट लि. के नाम से रियल एस्टेट का काम भी करते हैं। वे कंपनी में 2012 से डायरेक्टर के पद पर हैं।
जयपुर में केजीबी का रास्ता (जौहरी बाजार) में नौलखा चैक पर इनका कार्यालय है। राजेश कुमार और सुनील कुमार दहिया डीएसआर ओवरसीज में पार्टनर हैं। उल्लेखनीय है कि एक्सपोर्ट की जाने वाली ज्वैलरी के लिए सरकार आयात किए जाने वाले सोने पर कस्टम ड्यूटी नहीं लेती, जबकि देश में ही काम में लेने के लिए सोना आयात करने पर 10 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगती है।
आठ माह में 25 किलो सोना आयात किया, विदेश भेजने के लिए 7 किलो ज्वैलरी दिखाई, जांच में 698 ग्राम ही निकली।