डीआरआई एयरलाइन कंपनियों की टैक्स चोरी की जांच कर रहा है

Image result for airlines companies नई दिल्ली : डायरेक्टरेट ऑफ़ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) पिछले एक साल में कई एयरलाइन कंपनियों द्वारा एयरक्राफ्ट में इस्तेमाल की गई एसेसरीज के आयात पर 300 करोड़ रुपये के कथित ड्यूटी चोरी की जांच की जांच कर रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार डीआरआई इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड, जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड, एयर इंडिया, गो एयरलाइंस (इंडिया) लिमिटेड और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) की जांच कर रहा है.

रिपोर्ट के अनुसार इन कंपनियों ने आयातित सामान पर कम ड्यूटी चुकाने के लिए जीएसटी (आईजीएसटी) को “गलत तरीके से वर्गीकृत किया.
मानदंडों के तहत सीमा शुल्क टैरिफ शीर्षक 8803 के तहत वर्गीकृत विमान के कुछ हिस्सों में 5 प्रतिशत आईजीएसटी लगता है जबकि अन्य वस्तुओं पर लागू आईजीएसटी अपने वर्गीकरण के आधार पर 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत के बीच है.