जिले में मार्च तक जीएसटी से मिला 76.1 करोड़ रुपये राजस्व

संवाद सहयोगी, नूरपुर : जिला कांगड़ा में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) के तहत 17460 कारोबारी पंजीकृत हैं। इनमें से 16076 कारोबारी सामान्य कर और 1384 व्यापारी कंपोजिट स्कीम का लाभ उठा रहे हैं। जिले में 31 मार्च तक जीएसटी से 76 करोड़ एक लाख 18 हजार 162 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

आबकारी एवं कराधान विभाग के धर्मशाला कार्यालय के अतिरिक्त राजस्व जिला नूरपुर पर भी जीएसटी का लेखा जोखा रखने का जिम्मा है। नूरपुर कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली जुलाई, 2017 से जीएसटी लागू होने के उपरांत राजस्व जिला नूरपुर में कुल 4492 कारोबारी जीएसटी के तहत पंजीकृत हुए हैं। इनमें से 3882 व्यापारी सामान्य व 610 व्यापारी कंपोजिट स्कीम का लाभ उठा रहे हैं। राजस्व जिला नूरपुर में जीएसटी लागू होने की तिथि से 31 मार्च तक की अवधि में सामान्य करदाताओं से 37 करोड़ 12 लाख 83 ह•ार 324 रुपये, जबकि कंपोजिट स्कीम से 40 लाख 8 ह•ार 837 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

कांगड़ा जिला मुख्यालय के धर्मशाला कार्यालय के अंतर्गत कुल 12968 कारोबारी जीएसटी के तहत पंजीकृत हुए हैं। इनमें से 12194 कारोबारियों ने सामान्य टैक्स व 774 ने कंपोजिट स्कीम के विकल्प को चुना है। पहली जुलाई, 2017 से 31 मार्च तक जीएसटी के तहत सामान्य करदाताओं से 36 करोड़ 84 लाख 54 हजार 225 रुपये, जबकि कंपोजिट स्कीम व कैजुअल टैक्स से एक करोड़ 63 लाख 71 हजार 776 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। जीएसटी लागू होने के बाद कारोबारियों ने अपनी सुविधा के अनुसार टैक्स स्लैब के विकल्प को अपनाया है।

जीएसटी में 5,12,18, 28 प्रतिशत के स्लैब निर्धारित किए गए हैं। रोजमर्रा में प्रयोग में की जाने वाली अधिकतर वस्तुओं को 5 प्रतिशत की श्रेणी में या जीएसटी से मुक्त रखा गया है। प्रदेश सरकार के प्रयासों से जीएसटी परिषद ने जीएसटी सीमा को 10 से 20 लाख रुपये तक करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त कंपोजिट स्कीम की स्लैब सीमा को एक से 1.5 करोड़ रुपये करने का भी फैसला लिया गया है। पांच करोड़ रुपये तक का सालाना व्यापार करने वाले कारोबारियों की सहूलियत के लिए मासिक रिटर्न की जगह तिमाही रिटर्न की सुविधा दी गई है।

सौजन्य से: जागरण