कौन है कमजोर कड़ी

दिल्ली डीआरआई हेडक्वाटर में 1000 करोड़ के चावल केस को इतना हल्का क्यों लिया जा रहा है। कुछ महीने पहले डीआरआई हैडक्वाटर ने ईरान जा रहे चावल को दुबई उतार दिये गये केस की जांच में दावा किया था कि एक हजार करोड़ की वसूली होगी। यह खबर कई अखबारों में भी छपी थी मगर सूत्र बताते है की अभी तक 10 करोड़ की भी वसूली नहीं हो पाई। क्यों क्या केस में दम नहीं था या दम निकाल दिया गया?

सूत्रों के हवाले खबर है कि अप्रैल के पहले हफ्ते में कुछ प्रिंसिपल कमिश्नरों को चीफ कमिश्नर बनाया जा सकता है। पी.के दास प्रिंसिपल कमिश्नर को मुंबई भेजे जाने की सूचना है तथा मुंबई के प्रिंसिपल कमिश्नर राजीव टंडन को दिल्ली लाये जाने की सूचना।

नोएडा एनईपीजेड में पुराने स्मगलरों द्वारा खुला खेल, एलसीडी टी.वी में हो रहा है डयूटी चोरी का खेल।
मुंबई एयरपोर्ट पर स्मगलिंग का धंधा जोरों पर सिगरेट, विदेशी जूते, विदेशी शराब उतारी जा रही है धड़ल्ले से। सूत्र बताते है कमिश्नरों की जानकारी में भी है यह सब।

जब भी सरकार की तरफ से इर्म्पोटरों तथा एक्सपोर्टरों पर सख्ती का आदेश आते है। तब ही भ्रष्ट अफसरों की चांदी होती है। अभी पोर्ट पर नकली करेंसी की सूचना से हुई सख्ती से भ्रष्ट अफसरों की मौज हो गई है आईसीडी तुगलकाबाद में कंटेनर जल्द क्लीयर आरोप कराने के चक्कर में 25 से 50 हजार रुपए रिश्वत देनी पड़ रही है। दबी जुबान से कई सीएचों ने हमें बताया की बाद में आये कंटेनर पहले निकाल दिये जा रहे है सीएचए तथा इर्म्पोटरों में रोष।

आईसीडी तुगलकाबाद में कुछ भ्रष्ट क्लीयरिंग एजेंटों द्वारा ड्रा बैक का धंधा जोरों पर। पकड़े जाने के बाद फिर से काम फिर शुरू किया।

दिल्ली डीआरआई हैडक्वाटर के कुछ भ्रष्ट अफसरों की वजह से डीआरआई की भारी बदनामी। करोड़ों के ड्रॉ बैक के घोटाले में लाखों रुपए जमा करवाये। घोटालेबाज ने फिर से काम शुरू किया।