केरल सोना तस्करी मामले में चार लोग और गिरफ्तार, तस्करी के लिए मुहैया कराया धन

नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने केरल सोना तस्करी मामले में चार और लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने तिरुअनंतपुरम के यूएई वाणिज्य दूत को भेजे गए आयात कार्गो के माध्यम से हुई सोना तस्करी के लिए धन मुहैया कराया था और अन्य आरोपितों के साथ मिलकर इसकी साजिश रची थी। एनआइए के प्रवक्ता ने कहा कि कोझिकोड के निवासी जिफसल सीवी और मुहम्मद अबू शमीम, मलप्पुरम के अबूबकर पी. और अब्दुल हमीद पीएम को सोमवार को गिरफ्तार किया गया।

अधिकारी ने कहा कि बुधवार को मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों में आरोपितों के आवास की तलाशी ली गई। इसके अलावा अबूबकर की मालाबार ज्वैलरी, मलप्पुरम में हमीद की अमीन गोल्ड और कोझिकोड में शमसुद्दीन के स्वामित्व वाली अंबी ज्वेलरी की भी तलाशी ली गई। तलाशी में कई उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। अभी तक एनआइए इस मामले में 25 को आरोपित कर चुकी है जिनमें से 20 गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

उधर, सचिवालय में लगी आग को लेकर राज्य की विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं। बुधवार को पूरे राज्य में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पानी की बौछार और आंसू गैस का सहारा लिया। कांग्रेस की अगुआई वाले यूडीएफ और भाजपा ने एनआइए से आग लगने की जांच कराने की मांग की है। मंगलवार को सामान्य प्रशासन विभाग में आग लग गई थी। पुलिस एफआइआर में सरकारी गेस्ट हाउस में बुकिंग से संबंधित कुछ फाइलों के क्षतिग्रस्त होने का उल्लेख किया गया है।

पूरे राज्य में इस घटना पर आक्रोश पैदा हो गया है। कांग्रेस और भाजपा मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से इस्तीफे की मांग कर रही हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सोना तस्करी के मामले से संबंधित फाइलें जलाने के लिए मंगलवार शाम आग लगाई गई। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि सचिवालय में आग संदेहास्पद है क्योंकि विजयन और उनके विश्वासपात्र की यात्रा से संबंधित महत्वपूर्ण फाइलें वहां रखी हुई थीं। एनआइए की जांच से ही सच्चाई सामने आ सकती है। सीबीआइ को भी जांच में शामिल किया जाना चाहिए। विजयन की चुप्पी संदेह पैदा करती है। वह किसी बात से डर रहे हैं।

 

सौजन्य से: दैनिक जागरण