कस्टम कमिश्नर से कह दिया था, कंटेनर डिपो नहीं खुला तो तू जाने या जेटली जानें

करनाल लोकसभा के पूर्व सांसद 63 साल के अश्विनी चोपड़ा नहीं रहे। कभी पान पराग के शौकीन रहे चोपड़ा का मुंह के कैंसर से निधन हो गया। करीब डेढ़ साल से वह कैंसर से पीड़ित थे। दो बार अमेरिका में इलाज भी हुआ। सांसद रहते हुए भी वे कभी दिखावे वाले राजनेता नहीं बने। यही कारण है कि अफसर हो या कोई और, किसी के खिलाफ बोलने से हिचकिचाते नहीं थे। कैसे थे हमारे पूर्व सांसद, तीन लोगों से जानते हैं…

स्मृति शेष

परवाह नहीं करते थे, कहा- कमिश्नर को कीचड़ से लेकर क्यों नहीं आए

पूर्व सांसद अश्विनी चाेपड़ा ने आत्मसम्मान के साथ कभी समझौता नहीं किया

कस्टम कमिश्नर को कहा- कल तक डिपो खुलना चाहिए

मंच पर जगह नहीं मिली तो पीएम के कार्यक्रम में भी नहीं गए चोपड़ा

 

 

सौजन्य से: दैनिक भास्कर