नई दिल्ली : कस्टम एण्ड सैन्ट्रल जीएसटी में एजीटी (ऐनूअल जनरल ट्रांसफर) का मौसम आ गया है। घूम फिर कर वही माफिया अफसर मलाईदार पोस्टिंग पर विराजे जायेंगे।
हर साल मार्च-अप्रैल में ट्रांस्फर-पोस्टिंग का मौसम आता है। कस्टम वाले आएंगे सीजीएसटी में और सीजीएसटी जाएंगे कस्टम में पहले इन अफसरों की पोस्टिंग का बंटवारा तीन जगह होता था। कस्टम एक्साइज तथा सर्विस टैक्स अब सबको मिलाकर दो डिपार्टमेंट बन गए है। कस्टम और सीजीएसटी हर छोटे-बड़े अफसर की चाहत होती है कि अच्छी सीट मिल जाए। अच्छी सीट दो तरह की होती है एक घर के पास ताकि दूर ना जाना पड़े दूसरी होती है मलाईदार सीट जहां रिश्वत का माल इकट्ठा होता है। इस काम में भी साम-दाम-दंड-भेद का खेल है। मलाईदार पोस्टिंग सीट पाने की लड़ाई चलेगी माफिया अफसरों में। हर सीट पर वहीं अफसर इन मलाईदार सीटों पर नजर आयेंगे। मगर सीजीएसटी वाले कस्टम में होंगे और कस्टम वाले सीजीएसटी की मलाईदार पोस्टिंग पर होंगे। अभी कस्टम में मलाईदार पोस्टिंग ज्यादा है। मगर इस साल से सीजीएसटी में सबसे ज्यादा मलाईदार पोस्टिंग सीटें होने जा रही है। दिल्ली के बाहर वालों को अब फायदा कम हो गया है। अफसरी सूत्र बताते है कि ज्यादातर फैक्ट्रियां राज्य सरकार के पास चली गई है।