नई दिल्ली : 1 जुलाई को जीएसटी का 1 साल पूरा हो गया। पहली वर्षगांठ के बाद जीएसटी काउंसिल की 21 जुलाई को महत्वपूर्ण बैठक हो रही है। ये बैठक शनिवार को 11 बजे शुरू होगी। इससे पहले बैठक की तैयारियों को लेकर शुक्रवार 20 जुलाई को 10 बजे भी अधिकारियों की बैठक होगी। ऐसा माना जा रहा है कि इस दिन जीएसटी को लेकर कई महत्वपूर्ण एलान किए जा सकते हैं। सबसे पहले पेट्रोलियम प्रोडक्ट की बात।
जीएसटी काउंसिल नैचुरल गैस और हवाई जहाज के ईंधन एटीएफ को जीएसटी में शामिल करने पर फैसला कर सकती है। इस पर फाइनेंस सेक्रेटरी हसमुख अधिया भी बयान दे चुके हैं कि इन 2 प्रोडक्ट की अगली बैठक में चर्चा होगी। राज्यों के विरोध के चलते पेट्रोल और डीजल को फिलहाल जीएसटी में शामिल नहीं किया जाएगा। पेट्रोल और डीजल राज्यों की आय 2 बड़े साधन हैं।
जीएसटी काउंसिल की बैठक में दूसरा बड़ा फैसला 28 फीसदी के ब्रैकेट में आने वाले प्रोडक्ट्स की दरों को घटाने पर हो सकता है। बीएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक 21 जुलाई को पेंट, सीमेंट, मार्बल, टाइल्स और डिजीटल कैमरा पर टैक्स 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी किया जा सकता है। निकोन, कैनन और सोनी जैसी कंपनियों ने डिजीटल कैमरा पर दरें घटाने की मांग की है। इससे पहली भी 10 नवंबर को जीएसटी काउंसिल 178 प्रोडक्ट पर दरें घटा चुकी है।
अभी 28 फीसदी के ब्रैकेट में 50 प्रोडक्ट हैं। इससे सरकार को 2500 करोड़ का घाटा होने की उम्मीद है।जीएसटी की लॉ रिव्यू कमेटी ने इस कानून में 180 मुद्दों की पहचान की है। इन मुद्दों पर कमेटी ने सुझाव भी दिए हैं। इनमें से कुछ कानून 18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में भी रखे जाएंगे। कमेटी ने सुझाव दिया है कि टैक्स देने वाले का पूरे भारत में एक ही रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। साथ ही इनपुट टैक्स क्रेडिट के लिए रिटर्न को मैच करने की शर्त हटाने का भी सुझाव भी दिया है। इन मुद्दों पर भी जीएसटी काउंसिल विचार कर सकती है। जीएसटी काउंसिल रिटर्न की प्रक्रिया को भी आसान कर सकती है।