नई दिल्ली: सोने का इंपोर्ट मई महीने में 10.47 प्रतिशत बढ़कर 2.42 अरब डॉलर हो गया। ऐसा कीमत घटने और आरबीआई द्वारा प्रतिबंध कम करने के मद्देनजर हुआ। सोने का इंपोर्ट 2014 के इसी महीने में 2.19 अरब डॉलर रहा। इस साल अप्रैल में सोने का इंपोर्ट 78.33 प्रतिशत के तेज उछाल के साथ 3.13 अरब डॉलर तक पहुंच गया था। सोने के इंपोर्ट में बढ़ोतरी से चालू खाते का घाटा प्रभावित होता है।
पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में चालू खाते का घाटा (कैड) कम होकर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 1.9 प्रतिशत (18 अरब डॉलर) के बराबर रहा जो पिछले साल की इसी अवधि में 3.1 प्रतिशत था। रिजर्व बैंक और सरकार का कहना है कि चालू खाते का घाटा ठीक स्तर तक सीमित है, पर सोने के इंपोर्ट में बढ़ोतरी से नई चिंता पैदा हो सकती है।
पिछले साल नवंबर में आरबीआई ने विवादास्पद 80:20 योजना खारिज कर दी थी। इसके तहत इंपोर्ट किए हुए सोने का कम से कम 20 प्रतिशत एक्सपोर्ट कर लिए जाने के बाद ही इसकी नई खेप के इंपोर्ट की अनुमति दी जाती थी। भारत सोने का सबसे बड़ा इंपोर्ट है जो आम तौर पर जेवरात उद्योग की मांग पूरी करता है।
स्रोत : ईटी