सी तथा ड्राई पोर्टों पर नकली करंसी आने की खबर का दम निकला

Image result for ड्राई पोर्टधर्मवीर आनंद
नई दिल्ली। अभी कुछ दिन पहले देश के कई नामी सी तथा ड्राई पोर्टो पर कंटेनरों की आवाजाही रोक दी गई। तीन-तीन सरकारी ऐजेंसियों ने डेरा डाल लिया आडट आॅफ चार्ज वाले कंटेनर भी रोक दिये गए। हर पोर्ट पर दहशत का माहौल बन गया अगले दिन क्लीयर हुआ की नकली करंसी की सूचना है 100 प्रतिशत कंटेनरों की जांच होगी कोई बच नहीं पायेगा। मगर आज की तारीख तक कुछ भी नहीं मिला इंम्पोर्टरों तथा एक्पोर्टरों को भारी परेशानी हुईं पैंकिंग फाड़-फाड़ कर माल चैक किया गया। कागज के रोल काट दिये गए।
अफसरों ने की इस आदेश की आड में कुछ ज्यादा ही जांच की मगर कुछ भी पकड़ में नहीं आया। देश कि सुरक्षा होनी भी चाहिये मगर कई बार स्मगलर भी सरकार को गच्चा दे ही जाते है। खुफिया सूत्रों ने खबर कंटेनरों की लीक की होगी और माल एयर में ही उतार दिया होगा। सरकार को एयरपोर्ट तथा एयर कार्गो में भी सख्ती करनी चाहिये। रेवेन्यू न्यूज में हमने कितनी बार लिखा है कि कोई भी नकली करंसी या अन्य बैन आईम आयेगी तो हवाई जहाज के द्वारा ही ज्यादा आसानी से आयेगी। आज भी एयर में हर बैन आईटम उतारी जा रही है। डीआरआई की नाक के नीचे कई बड़े-बड़े स्मगलर एयर के रास्ते काम कर रहे है एयर कोर्गो इम्पोर्ट में कुछ भी लाओ सब निकल सकता है। बिना एक्सरे, बिना डयूटी लोडरों के द्वारा ऐसे पहले भी कितनी बार माल निकल चूका है और अभी भी निकल रहा है। सूत्रों के अनुसार अफसर भी इस खेल में पूरी तरह लिप्त है। सब कुछ पता होने के बाद भी अफसर चुप है कारण है मोटी रिश्वत। आज एशिया कि सबसे बड़ी इलेक्ट्रोनिक मार्केट तथा मोबाईल मार्केट तथा अब बन गई है एलईडी टी.वी मार्केट सभी लोग जानते हे कि डयूटी चोरी क ा माल कौन-कौन देता है। जब सारे लोग जानते है तो यह अफसर क्यों नहीं जानते जबकि इन अफसरों का इन सभी लोगों से याराना है। अगर सरकार किसी दिन चूक खायेगी तो हवाई के रास्ते ही। समुद्र के रास्ते कोई भी इतना बड़ा रिस्क नहीं लेगा। अगर समुद्री रास्ते भी स्मगलर इस्तेमाल करेंगे तो न्वाहा शिवा पोर्ट, कोलकत्ता और चेन्नर्ई पोर्ट पूरी तरह खुले हुये है। स्मगलिंग के लिये आईसीडी तुगलकाबाद में परिन्दा भी पर नहीं मार सकता। इतने सख्त कमिश्नर तथा ज्वाईंट कमिश्नर के होंतें और दूसरी तरफ एसआईआईबी भी पूरी तरह सतर्क बैठी हैं।
एयरपोर्ट में वहां की एंजेंसियां पर भी नजर रखने की जरूरत है गेट पास रात 11 बजे तक बनाये जाते है माल की लोकेशन जहां लिखी होती है वहां माल नहीं होता। इन एंजेंसियां ने कस्टम अफसरों को घर पर आने जाने के लिए कारें क्यों दे रखी है?
इम्पोर्टरों को करोड़ों का डेमेज क्यों देना पड़ता है कारण की जांच हो? अभी जो डी.सी आयें है उनके आने से गलत काम करने वालों पर अंकुश लगा है। असिस्टेंट कमिश्नर सी.पी.एस तेवतिया के आने से सही काम करने वालों में खुशी की लहर। तेवतिया जी के बारे में कहा जाता है कि यह गलत काम को प्रमोट नहीं करते चाहे कुछ भी हो जाये।

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