जीएसटी से मुक्त किए जाने के बाद शहर के राखी व मूर्ति उद्योग में तेजी आने के आसार दिखाई दे रहे हैं। इसका फायदा आम लोगों को भी मिलेगा। उनको रखा बधन पर राखी व गणेश चतुर्थी व अन्य त्योहार पर मूर्तियां सस्ती मिलेगी।
राखी बनाने व बेचने के कारोबार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि राखी उद्योग को 28 जुलाई से जीएसटी से मुक्त किया गया। इससे पहले छोटे और बड़े व्यापारी राखियों की अधिक डिमांड नहीं कर रहे थे। । राखी व्यवसायी बताते हैं कि 28 जुलाई से पूर्व राखी पर 3 से 18 फीसदी तक जीएसटी लग रहा था। इससे उत्पादन कम हाेना माना जा रहा है। राखी व्यवसायियों का कहना है कि जीएसटी से राखी के भाव तेज बने हुए थे। राखी व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी से राखी को मुक्ति मिलने के बाद से राखी का बाजार बढ़ेगा। राखी व्यवसायी बताते हैं कि पहले छोटे व्यापारी अधिक सक्रियता नहीं दिखा रहे थे। इसके कारण कुछ असर हुआ।
सौजन्य से: दैनिक भास्कर