चेन्नई : डायरेक्टरेट ऑफ़ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) चेन्नई के अधिकारियों ने तस्करी का 62 किलो सोना जब्त किया है। इस सम्बंध में तमिलनाडु के 55 यात्रियों को गिरफ्तार किया गया है। जब्त सोने की कीमत 17 करोड़ रूपए आंकी गई है। यह सोना सिंगापुर-मलेशिया होकर विशाखापत्तनम एयरपोर्ट पर तस्करी कर लाया गया था। विशाखापत्तनम को हाल ही अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा दिया गया है। डीआरआई के अधिकारियों ने बताया उनको सूचना मिली थी कि तमिलनाडु के व्यापारी विशाखापत्तनम एयरपोर्ट पर तस्करी के सोने के साथ उतर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर चेन्नई के अधिकारी आंध्रप्रदेश के एयरपोर्ट पर रविवार शाम को ही पहंुच गए।
इस सूचना के आधार पर जांच में मलेशिया से एयर एशिया की फ्लाइट से आए 20 यात्रियों के पास इलेक्ट्रोनिक सामान मिला। जब अधिकारियों ने इन यात्रियों के इलेक्ट्रोनिक सामान की जांच की तो उसके अंदर छिपाकर रखी सोने की छड़ें मिली। इसके बाद दस यात्रियों का एक अन्य दल सिंगापुर से सिल्क एयर फ्लाइट से आया। उनके इलेक्ट्रोनिक्स के सामान में भी सोने की छड़ें छिपाकर रखी थी। इसी तरह 25 यात्रियों का एक अन्य दल मलेशिया से आया और उनके पास भी इसी तरह तस्करी का सोना मिला।
इन कुल 55 यात्रियों में अधिकांश ऎसे थे जो विदेश जाते रहते हैं और इनमें से अधिकांश तस्करों के कूरियर की भूमिका निभाते थे। पकड़े गए ये लोग तस्करों के महज कूरियर हैं और एयरपोर्ट के बाहर किसी व्यक्ति को सामान सौंपने के साथ ही इनकी भूमिका खत्म हो जाती है। ये लोग महज आर्थिक लाभ के लिए इस व्यवसाय से जुड़े हैं। कूरियर को उनके लाए सोने के हिसाब से भुगतान किया जाता है। डीआरआई अधिकारियों के अनुसार कूरियर हमेशा नए रास्तों एवं नए गंतव्य की तलाश में रहते हैं।
एक अन्य संभावना यह है कि पूर्वी एशियाई देशों के लिए विशाखापत्तनम से नई फ्लाइट शुरू की गई तो दो गंतव्यों के बीच फ्लाइट्स की संख्या बढ़ी। इस वजह से कूरियर नए गंतव्य की ओर आकर्षित हुए। गिरफ्तार सभी 55 जनों को चेन्नई लाकर पूछताछ की जाएगी। डीआरआई अधिकारियों के इन आरोपियों के साथ मंगलवार को चेन्नई पहुँचने की संभावना है।