बोगस फर्म बनाकर करोड़ों की टैक्स चोरी

गाजियाबाद। जिले में बोगस फर्मों से करोड़ों की टैक्स चोरी धड़ल्ले से की जा रही है। केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विभाग ने सात फर्जी फर्मों से 12.4 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है। मामले में महिला सहित तीन लीगों को गिरफ्तार भी किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि फर्जी फर्मों से 81.29 करोड़ की फर्जी खरीद-फरोख्त की गई। इनसे जुड़े अन्य फर्मों की भी जांच की जा रही है।
मेरठ सीजीएसटी चीफ कार्यालय से सूचना मिलने के बाद गाजियाबाद कार्यालय से टीम जांच के लिए अलर्ट हुईं। जांच टीम ने दिल्ली गेट स्थित भवानी एसोसिएट्स, श्री श्याम एसोसिएट्स गाजियाबाद की प्रोपराइटर पिंकी पुंढीर, श्रीजी इलेक्ट्रिक एंड हार्डवेयर और मैसर्स भगवती ट्रेडिंग कंपनी, श्रीजी मेटल दिल्ली व मैसर्स यूनिक एंटरप्राइजेज के हिमांशु गुलाटी और श्रीजी इलेक्ट्रिक एंड हार्डवेयर के कपिल गोयल के घर पर रेड की। तीनों को घर से गिरफ्तार कर मेरठ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेजा गया। जांच टीम में डिप्टी कमिश्नर अभिनव उज्जैनिया, असिस्टेंट कमिश्नर प्रभजोत कौर, जॉइंट कमिश्नर हर्षवर्धन राय, अंबुज श्रीवास्तव, राजीव रंजन, एएस गहलावत, विजय मीना, सुमित त्यागी, इंदु भूषण, मनोज श्रीवास्तव, अरशद अली, अनादि शुक्ला, विनय सिंह, संजय कुमार शामिल रहे।

तीनों आरोपी हैं परिचित
सीजीएसटी विभाग द्वारा गिरफ्तार किए गए पिंकी पुंढीर, कपिल गोयल और हिमांशु गुलाटी परिचित हैं। अधिकारियों का कहना है कि तीनों के घर दिल्ली गेट पर हैं और पिछले काफी समय से फर्जी फर्मों के सहारे टैक्स की चोरी कर रहे थे।
लोहा और इलेक्ट्रॉनिक में किया खेल
सात फर्जी फर्म चला रहे आरोपित लोहा और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में करोड़ों रुपये की फर्जी खरीद-फरोख्त करते थे। अधिकारियों ने बताया कि फर्जी बिल लगाकर एक-दूसरे की फर्म से खरीद-फरोख्त होती रही, लेकिन रिटर्न जमा नहीं हुआ। तीनों ने 12.4 करोड़ की आईटीसी भी क्लेम कर ली। मेरठ ऑफिस से इनकी निगरानी की गई। जिसके बाद जांच टीम ने फर्म के बिल जुटाने शुरू किए।
पुरानी फर्मों से भी खंगाला जा रहा है कनेक्शन
सीजीएसटी विभाग ने पिछले साल नवंबर में भी इलेक्ट्रॉनिक की फर्जी फर्म से 12 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी थी। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। जबकि पिछले माह विभाग ने 200 करोड़ की फर्जी खरीद-फरोख्त कर आईटीसी क्लेम करने का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों का कहना है कि पिछले मामलों को भी जोड़कर पिंकी, हिमांशु और कपिल से पूछताछ की जा रही है।
ज्वाइंट कमिश्नर, केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग हर्षवर्धन राय ने कहा कि तीनों आरोपियों की फर्जी फर्म से जुड़ी अन्य फर्मों की जांच की जा रही है। पिछले रिकार्ड को चेक किया जा रहा है। 12.4 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी की संभावना है।

सौजन्य से: अमर उजाला

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