फरीदाबाद | मानवरचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) में मंगलवार को गुड्स सर्विस टैक्स (जीएसटी) पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ। यह आयोजन सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विस टैक्स कमिश्नरेट फरीदाबाद-1 एमआर इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के फैकल्टी आफ कॉमर्स एंड बिजनेस स्टडीज द्वारा किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य जीएसटी के बारे में जागरूकता फैलाना था। इससे जुड़ी हर बारीक जानकारी प्रदान करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए फैकल्टी आॅफ कॉमर्स एंड बिजनेस स्टडीज के डीन डाॅ. सुरेश बेदी ने कहा कि जीएसटी के बारे में विस्तृत में जानकारी प्राप्त करने का यह एक अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा जीएसटी भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में सहयोगी होगी। टेक्सेशन सिस्टम की सभी कमियों को दूर करने में यह सहायक सिद्ध होगा। इस मौके पर सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विस टैक्स फरीदाबाद-1 के असिस्टेंट कमिश्नर एरिक सी लालमुम्पुआ ने कहा कि सिंगल टैक्स सिस्टम अलग-अलग टैक्स सिस्टम को बदलकर अर्थव्यवस्था को बेहतर करने में मदद करेगा। शिक्षण संस्थानों पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में बताते हुए फैकल्टी ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस स्टडीज की एचओडी डाॅ. मोनिका गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया एनीशिएटिव के तहत एजूकेशन सेक्टर को जीएसटी में नहीं लाया गया है। कार्यक्रम में सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विस टैक्स फरीदाबाद-1 के असिस्टेंट कमिश्नर हिमांशु खत्री, सेंट्रल एक्साइज एंड सर्विस टैक्स फरीदाबाद-1 के सुपरिंटेंडेंट गिरीश अरोड़ा एमआर यूनिवर्सिटी के रजिस्टार आरके अरोड़ा मौजूद थे।
सौजन्य से : दैनिक भास्कर