इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पानी निकासी को बनाए गए ड्रेनेज के ब्लॉक होने से यहां से उड़ने वाली फ्लाइट्स पर लगातार खतरा मंडरा रहा है। यह जानकारी चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर से हाईकोर्ट को दी गई है। हाईकोर्ट ने जानकारी रिकार्ड पर लेते हुए सुनवाई सोमवार तक स्थगित कर दी।
कोर्ट को जानकारी दी गई है कि एयरपोर्ट से पानी के निकासी के लिए की गई व्यवस्था (ड्रेनेज) देखरेख के अभाव में बाधित हो गई है। केंद्र सरकार लगातार इस बारे में पंजाब सरकार को चेताती आई है लेकिन अब तक इसको लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि यह कभी भी किसी बड़ हादसे का कारण बन सकती है। वहीं, कोर्ट को यह जानकारी भी दी गई है कि एयरपोर्ट के आस-पास लगातार अतिक्रमण बढ़ रहा है। अवैध कब्जों के चलते बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
एयरपोर्ट पर लाइट्स की व्यवस्था के लिए टाटा कंपनी से चल रही बात
कोर्ट को यह भी बताया गया है कि सबसे पहला लक्ष्य एयरपोर्ट की लाइटों की व्यवस्था का है। लाइटों की व्यवस्था के लिए टाटा कंपनी से बात की जा रही है। यह कार्य फरवरी 2019 में पूरा होना है लेकिन कंपनी से बात कर इसे पहले पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे फ्लाइट्स रात 10 बजे तक उड़ान भर सकेंगी।
हरियाणा की एयरपोर्ट एक्सेस संबंधी रिपोर्ट अब तक नहीं आई
हरियाणा सरकार ने एयरपोर्ट से सीधे जुड़ने के लिए एक्सेस मांगा था। इसको लेकर डीएमआरसी ने सर्वे भी किया था। हालांकि अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है। कोर्ट को बताया गया कि यह रिपोर्ट आने के बाद ही इस दिशा में काम किया जा सकेगा। यह एक्सेस अंडर ग्राउंड होगा, इसके लिए डीएमआरसी को काम सौंपा गया था।
सौजन्य से: अमर उजाला