अहमदाबाद : सिगरेट तस्करों के लिए देश में गुज़रात पहली पसंद बनता जा रहा है, तीन महीनों में डीआरआई की अहमदाबाद यूनिट ने तीन अलग -अलग अभियानों में 24.79 करोड़ की 3.39 तस्करी की सिगरेट जब्त की।
देश में सिगरेट पर कस्टम और एक्साइज ड्यूटी ज्यादा है इसलिए इसकी तस्करी में बढोतरी हुई है और दूसरा बड़ा कारण देश में विदेशी सिगरेटों की भरी मांग है। सूत्रों के अनुसार साल 2014 के मुकाबले इस वर्ष सिगरेट की तस्करी में भारी बढोतरी हुई है।
इसी साल मार्च के आखिरी सप्ताह में डीआरआई ने विदेश में निर्मित सिगरेटों का एक बड़ा जखीरा सूरत के हजीरा पोर्ट से जब्त किया था जिनकी कीमत 23.29 करोड़ थी। जब्त की गई ये सिगरेट दुबई से खरीदी गई थी जो की पेपर और प्लास्टिक में छिपकर लायी जा रही थी। केंद्रीय बजट 2014-15 में सिगरेट पर कस्टम ड्यूटी 90 प्रतिशत और एक्साइज ड्यूटी २५ प्रतिशत बढ़ाई गई जो तस्करों को तस्करी के लिए आकर्षित करती है।
डीआरआई सूत्रों के अनुसार विदेशी सिगरेट की जिस डिब्बी की कीमत दुबई में 100 रूपए है उसी की कीमत भारत में 190 रूपये के तकरीबन है। भारत में सिगरेट की तस्करी इम्पोर्टरों और एक्सपोर्टरों की मिलीभगत से की जाती है। तस्करी में गिरफ्तार हुए मेहुल पुजारा ने खुलासा किया कि भारत में विदेशी सिगरेट की डिमांड युवाओं ज्यादा है। विशेषज्ञों के अनुसार भारत में सिगरेट ओपन लाइसेंस के तहत लाया जा सकता है।