कस्टम डिपार्टमेंट के अफसरों की मानें तो आज के सोना तस्कर हाजी मस्तान और करीम लाला को भी पीछे छोड़ रहे हैं.

साइकिल से हो रही थी सोने की तस्करी, राज़ खुला तो कस्टम अफसर भी रह गए दंगनई दिल्ली. कहा जाता है कि गोल्ड स्मग्लिंग के तरीके  बनाने में बीते समय के अंडरवर्ल्ड डॉन  रहे हाजी मस्तान  और करीम लाला का कोई सानी नहीं था. शायद इसीलिए इन पर दर्जनों हिन्दी फिल्में बन चुकी हैं. लेकिन अगर कस्टम डिपार्टमेंट के अफसरों की मानें तो आज के सोना तस्कर हाजी मस्तान और करीम लाला को भी पीछे छोड़ रहे हैं. साइिकल और फूड प्रोसेसर से सोना तस्करी के मामले ने पूरे विभाग को सोचने पर मजबूर कर दिया था.

साइिकल से ऐसे लाया गया था सोना

एक शख्स विदेश यात्रा कर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा. वो अपने बच्चे के लिए विदेश से एक टोबो साइकिल लेकर आया था. कस्टम अधिकारियों को इस बात की पूर्व सूचना थी कि इस फ्लाइट से सोना आ रहा है. हर यात्री की अच्छी तरह से तलाशी ली गई, लेकिन आखिर में शक साइकिल वाले यात्री पर ही हो रहा था. जब यात्री के साथ साइकिल की भी और सघन तलाशी ली गई तो छिपाकर रखा गया सोना मिल गया. असल में साइकिल के छोटे-छोटे पॉर्टस को सोने का बनाकर उसमें फिट किया गया था. यहां तक की साइकिल की सीट के नीचे स्प्रिंग भी सोने की लगी हुईं थी.

फूड प्रोसेसर की पैकिंग में ऐसे लगाया गया था सोना

ऐसे ही एक बार पहले से अलर्ट कस्टम अधिकारियों के पास सूचना आई कि खाड़ी देश से आने वाली एक फ्लाइट में स्मग्लिंग का सोना आ रहा है. हर यात्री की खूब तलाशी ली गई. सूचना फूड प्रोसेसर लेकर आने वाले एक खास यात्री के बारे में मिली थी. लेकिन कई बार तलाशी लेने के बावजूद उस यात्री के पास कुछ नहीं मिला. जानकार बताते हैं कि तभी एक अधिकारी के मुंह से निकला कि इसके पास ढाई किलो सोना तो छोड़ो सोने की एक पिन तक नहीं है.

इतना बोलते ही उस अधिकारी को अचानक कुछ याद आया. उसने प्रोसेसर की पैकिंग को जांचना शुरू किया. एक-एक कर सभी स्टेपल की गई पिन निकालकर जांच की गई तो वो सब सोने की निकलीं. इस तरह सोने की इस स्मग्लिंग का खुलासा हुआ.

SOURCE BY : hindi.news18.com

You are Visitor Number:- web site traffic statistics