मुंबई : जेएनपीटी पोर्ट पर तैनात कस्टम अप्रेजर ऋषि रंजन ने डीआरआई की पूछताछ से परेशान आकर आत्महत्या कर ली ऐसा आरोप डीआरआई के कार्यालय के आगे बैठे कस्टम अप्रेजर ऋषि रंजन के परिजन आरोप लगा रहे हैं।
33 वर्षीय कस्टम अप्रैज़र ने नवी मुंबई की लोकल हारबर लाइन ट्रैन, खंडेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रैन के आगे आकर आत्महत्या कर ली, इसके बाद कस्टम अधिकारी के आवास से एक पत्र भी बरामद हुआ। मृतक कस्टम अधिकारी ऋषि रंजन हाल ही में ही जेएनपीटी पोर्ट के इम्पोर्ट सेक्शन में नैनात हुए थे। और 29 जुलाई को कथित तौर पर तस्करी की सिगरेट के आरोप में तीन अन्य के साथ उनको डीआरआई ने अरेस्ट किया था। इससे पहले यह कस्टम अधिकारी, गुज़रात के कांधला पोर्ट पर तैनात थे और हाल ही में उन्हें जेएनपीटी पर एक अप्रेजर के तौर पर नैनात किया गया था। 23 जुलाई को डीआरआई ने एक कंटेनर जब्त किया जिसमे 4.24 करोड़ की सिगरेट ट्राली बैग में तस्करी होकर आ रही थी, इस तस्करी में डीआरआई को 345 कार्टून,ट्राली बैग में मिले थे, जिसमे 455 कार्टून डजरुम ब्लैक सिगरेट, ( 3,18,50,000), 40 कार्टून ब्लैक क्लोव सिगरेट, (35,84000), 70 कार्टून गुनुंग गांजाः, (70,56,000) कीमत के मिले थे। इस मामले में डीआरआई ने ऋषि रंजन को सस्पेंड किया था। तीन महीने पहले ऋषि रंजन की शादी हुई थी। और उसकी पत्नी मायके गयी थी जिसके बाद ऋषि रंजन ने मौका पाकर आत्महत्या की। अप्रेजर के आवास से मिले सूइसाइड नोट का अभी मीडिया में खुलासा नही किया गया है और मामले में आगे की जाँच चल रही है।