नई दिल्ली : वैसे तो कस्टम विभाग में भ्रष्टाचार की खबरें आम हैं लेकिन जब से सरकार ने सोने पर आयात रोकने के लिए कस्टम डूटी बढाई तस्करी में कई गुने इजाफा हो गया और तस्करी का सबसे ज्यादा फायदा तस्करों को नहीं बल्कि कस्टम अधिकारियों को ही हुआ। पिछले कुछ समय में कस्टम के के अधिकारी तस्करी में पकडे गए। एक आरटीआई के जवाब में कस्टम विभाग से जो जानकारी मिली है उसने सबको चौका दिया है। आरटीआई के जवाब में जानकरी मिली है कि कस्टम विभाग द्वारा तस्करी से आया जो सोना बरामद किया गया उसमे से अब तक 23.6 किलो सोना कस्टम के पास से कहाँ गायब हुआ किसी को नहीं पता, जिसकी कीमत 6.2 करोड़ है।
देश में तस्करी का सबसे ज्यादा सोना हवाई रास्ते से आता है, दिल्ली का आईजीआई एयरपोर्ट इस मामले में पहले नम्बर पर आता है, जहाँ बड़ी संख्या में हर रोज तस्कर पकडे जाते हैं।
तस्करी से बरामद हुआ सोना कस्टम विभाग की देख-रेख में रखा जाता है, जहाँ कड़ी सुरक्षा भी होती है, यहाँ तक जहाँ तस्करी का सोना रखा जाता है वहां कस्टम विभाग के अधिकारियों के अतिरिक्त किसी को घुसने की अनुमति नहीं है। इसी साल जून में भी आईजीआई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग के वेयर हाउस से 11 किलो सोना गायब होने की बात सामने आई थी।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में दिल्ली का आईजीआई एयरपोर्ट, चेन्नई एयरपोर्ट, मुंबई एयरपोर्ट तस्करों का आ बना हुआ है लेकिन रोज तस्करी पकड़े जाने के बावजूद भी तस्करों का आना बंद नहीं हुआ।
सूत्रों से जानकारी मिली कि देश में जितना सोना एयरपोटोंर् पर तस्करी से पकड़ा जाता है उससे कई ज्यादा सोना देश में तस्करी से आ जाता है, और यह तस्करी बिना कस्टम अधिकारीयों की मिलीभगत के बिना सम्भव नहीं है क्योंकि देश के सभी एयरपोटोंर् पर सुरक्षा और चेकिंग की अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।