एक्साइज ड्यूटी बकाया 10 हजार करोड़ बढ़ा

नई दिल्ली : नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने  कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क मद में बकाया 2013-14 में बढ़कर 59,309 करोड़ रुपये तक पहुंच गया जो एक वर्ष पहले 45,463 करोड़ रुपये था। अप्रत्यक्ष कर (केंद्रीय उत्पाद शुल्क) पर अपनी ऑडिट रिपोर्ट में कैग ने बताया कि 2011-12 से बकाया लगातार बढ़ रहा है। संसद में पेश रिपोर्ट के अनुसार 2011-12 के अंत में बकाया 35,964 करोड़ रुपये था। यह 2012-13 में बढ़कर 45,463 करोड़ रुपये और फिर 2013-14 में 59,309 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2013-14 में कर विभाग केंद्रीय उत्पाद शुल्क बकाए में से केवल 1,178 करोड़ रुपये प्राप्त कर सका जो वर्ष के शुरू में कुल बकाया 45,463 करोड़ रुपये का 2.59 प्रतिशत है।
कैग रिपोर्ट के मुताबिक 2013-14 के दौरान वसूली में उल्लेखनीय कमी आई और यह 2.59 प्रतिशत रही जो 2012-13 में 4.34 प्रतिशत थी। कैग ने विभाग की वसूली प्रणाली को मजबूत करने की जरूरत पर बल दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क में छूट के कारण 2013-14 में 1.95 लाख करोड़ रुपये का राजस्व छोड़ा गया जो 2012-13 के ऐसे छोड़े गए 2.09 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा कम है। कैग के अनुसार 1.95 लाख करोड़ 2013-14 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क से प्राप्त कुल राजस्व संग्रह का 115 प्रतिशत है। 2013-14 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क की कुल प्राप्ति 1.69 लाख करोड़ रुपये से अधिक थी। इससे पहले 2012-13 में कर विभाग द्वारा केंद्रीय उत्पाद शुल्क में परित्यक्त राजस्व 2.09 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। यह वर्ष के दौरान 1.75 लाख करोड़ रुपये की उत्पाद शुल्क प्राप्ति का 119 प्रतिशत रहा।
स्रोत : नवभारत टाइम्स
You are Visitor Number:- web site traffic statistics