इंपोर्टेड फर्नीचर के नाम पर रही थी अंतरवस्त्रों की स्मगलिंग

इंदौर :  इंदौर शहर में स्मगलिंग का एक मामला सामने आया जिसमें इंपोर्टेड फर्नीचर के नाम पर अंतरवस्त्रों को स्मगल किया जा रहा था। जी हां, इंदौर के कस्टम विभाग ने गुप्त सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर पीथमपुर आईएसडी पोर्ट पर इंपोर्ट कर लाए गए दो कंटेनरों को जब्त किया। कंटेनरो की छानबीन करने पर कस्टम अधिकारियों ने पाया कि दो खेप में करीब एक करोड़ 30 लाख रुपए के अंतरवस्त्रों को इंपोर्ट कर लाया गया था। aircargo
अपूर्वा इंटरनेशनल फर्म के नाम से व्यापारी महेंद्र चौकसे ड्यूटी चोरी करने के लिए फर्नीचर की आड़ में कुछ दूसरा सामान ला रहा है। इसी सूचना के आधार पर कंटेनर की तलाशी ली गई तो उसमें अंतरवस्त्रों को इंपोर्ट कर लाए जाने का खुलासा हुआ।
व्यापारी महेंद्र चौकसे के खिलाफ की गई इस कार्रवाई को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है। दो खेप में करीब एक करोड़ 30 लाख रुपए के अंतरवस्त्र बरामद किए गए है। व्यापारी को इस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपयों की ड्यूटी चुकाना होगी। वहीं करीब 25 से 30 लाख रुपया जुर्माने के रूप में चुकाना होगा।
कस्टम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दो कंटेनरों में से एक में माल कम था। व्यापारी ने 70 लाख रुपए ड्यूटी और जुर्माना देकर इस कंटेनर को छुड़ा लिया है। वहीं दूसरा कंटेनर अब भी विभाग के ही कब्जे में है। इस कंटेनर को छुड़ाने के लिए व्यापारी को करीब एक करोड़ रुपए चुकाना होंगे।
कस्टम विभाग ने व्यापारी को दूसरे कंटेनर के लिए ड्यूटी और जुर्माना चुकाने के लिए नोटिस जारी किया है। व्यापारी के पास अब विकल्प है कि वह माल को सरेंडर कर सकता हैं। ऐसा करने पर भी उसे 30 लाख रुपए जुर्माने के रुप में चुकाने होंगे। साथ ही कस्टम विभाग से ड्यूटी माफी के लिए अपील करनी होगी। यदि व्यापारी माल सरेंडर कर देता है तो अंतरवस्त्रों की सारी खेप पर कस्टम विभाग का कब्जा हो जाएगा और वह इसे नीलामी के जरिए डिस्पोज करेगा।

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