आईसीडी तुगलकाबाद में डीआरआई तथा डीजेडयू को भारी सफलता

Image result for आईसीडी तुगलकाबादधर्मवीर आनंद
नई दिल्ली। डीआरआई तथा डीजेयू को लगातार कई कामयाबी मिलती जा रही है। पहले फर्नीचर फिर पिस्तौले अब पटाखे। हम बार-बार लिखते है कि अगर डीआरआई न होती तो शायद आज देश में स्मगलरों की चांदी होती। अगर 10-10 करोड़ की गाड़ी बनाकर बेची जाती तो यह स्मगलर उसे भी ले लेते। मगर कई बार भ्रष्ट अफसरों कि खबरें डीआरआई के अन्दर से आती है तो मन बहुत खट्टा हो जाता है। कोई भी प्योर माल में मिलावट पसंद नहीं करता। अभी कुछ दिन पहले सूत्रों से एक बात पता चली की सीबीआई के अफसरों द्वारा एक बड़े केस को कमजोर करने में स्मगलर की मदद की गई अच्छा नहीं लगा क्या सीबीआई का यही काम रह गया है? अभी फिर पता चला कि डीआरआई हेडक्वाटर में भी एक स्मगलर सीबीआई के एक अफसर को लेकर घूम रहा था। उसका भी माल पकड़ा गया था। यह सब सुनते है तो मन को अच्छा नहीं लगता कि डीआरआई भी ऐसा मानती है। सूत्र बताते है कि यह कंटेनर बहुत पहले से पड़े थे। पहले भी एक स्मगलर के कंटेनर पकड़े जा चुके है शायद यह कंटेनर भी उसी के लगते है। अभी और 35-40 कंटेनर बताये जा रहे है। जांच जारी है।

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