नई दिल्ली : इम्पोर्ट या एक्सपोर्ट शुरू करने वालों के लिए अब डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ फॉरन ट्रेड (डीजीएफटी) मैं रजिस्ट्रेशन करना आसान हो गया है। डीजीएफटी ने इम्पोर्ट, एक्सपोेर्ट कोड के लिए आवेदन करने और या कोड जारी करने की प्रक्रिया में कई बड़े बदलाव किये हैं, जो एक जनवरी 2015 से लागू हो गए हैं। इसके तहत आवेदन की प्रक्रिया का पूरी तरह डिजिटलीकरण हो जायेगा। वहीँ योग्य आवेदकों को दो दिन में कोड जारी करने की व्यवस्था भी कर दी गई है। डीजीएफटी के नोटिफिकेशन में कहा गया है कि आईईसी के लिए अब सिर्फ ऑनलाइन ही आवेदन किया जा सकेगा। यह नए फॉर्मेट ANF 2A तहत होगा। अब एप्लीकेशन के साथ डिजिटल सिग्नेचर भी मान्य होगा।
नए प्रावधानों के मुताबिक़ रजिट्रेशन कोड को मोबाइल फोन या ईमेल आईडी के जरिये वेरीफाई करना अनिवार्य होगा। आवेदन के बाद दो वर्किंग डे के भीतर डीजीएफटी आईईसी कोड़ जारी कर देगा। जो आवेदन पत्र खारिज होंगे उनको फिर से आवेदन करना होगा। आईईसी कोड जारी होने के बाद आवेदक इसे जब चाहे डीजीएफटी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकेंगे।
प्रोपराइटरशिप फर्मों के लिए मालिक की फोटो के अलावा सिर्फ चार दस्तावेज लगाने होंगे।
ये हैं – पैन कार्ड, आईडी कार्ड, सेल डीड(अगर ऑफिस खुद का है ) या रेंट डीड और बैंक सर्टिफिकेट।
पार्टनरशिप फर्मों को इन चार दस्तावेजों के अतिरिक्त सिर्फ अपनी पार्टनरशिप डीड की कॉपी लगानी होगी। पब्लिक लिमिटेड कंपनी, ट्रस्ट और एचयूएफ के लिए भी जरूरी दस्तावेजो में कटौती की गई है। आईईसी कोड की एप्लीकेशन फीस 250 रूपये से बढाकर 500 रूपये कर दिया गया है।
स्रोत : नवभारत टाइम्स