सिलीगुड़ी में डीआरआई ने किया 20 किलो सोना बरामद

सिलीगुड़ी: म्यांमार, मणिपुर व पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में सोने की तस्करी धड़ल्ले से हो रही है. डीआरआइ (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की सिलीगुड़ी विंग की छापामारी में इसका खुलासा हुआ।1
पहले से ही खुफिया सूचना के आधार पर बीती रात डीआरआइ की टीम ने सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र के घोषपुकुर के राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित टोल प्लाजा के निकट वाहनाें की नाका चेकिंग शुरू की। जैसे ही एक लाल रंग की आइ-20 कार टोल प्लाजा पहुंची, उसी दौरान डीआरआइ की टीम ने कार को अपने घेरे में ले लिया और कार में सवार तीन लोगों को अपने हिरासत में ले लिया। डीआरआइ सूत्रों के अनुासर, प्रारंभिक जांच में कार से सोना बरामद नहीं हुआ। रात को ही कार को सिलीगुड़ी जंक्शन के सामने डीआरआइ दफ्तर लाया गया। यहां हुंडई कंपनी के एक विशेष मेकेनिक से कार की गहन जांच करायी गयी।
मेकेनिक ने कार के तेल टंकी में सोना होने का खुलासा किया। तेल टंकी से चार पैकेट बरामद हुए। 120 पीस विदेशी मोहर लगे सोने के बिस्कुट बरामद किये गये। इनका वजन करीब 20 किलो है। इनकी भारतीय बाजार में कीमत करीब 5.41 करोड़ बतायी जा रही है। वही, जब्त कार व अन्य सामानों को मिला कर कुल कीमत छह करोड़ से भी अधिक आंकी गयी है। डीआरआइ ने तस्करी का मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों की शिनाख्त मोहम्मद अब्दुल हन्नान (40), शलेह अहमद (49) व सनवर अली (29) के रूप में हुई है।
इनमें अब्दुल व शलेह असम के कामरूप व सनवर असम के ही ग्वालपाड़ा रहनेवाला है. सोने के बिस्कुट की इतनी बड़ी खेप को कोलकाता तस्करी करने की योजना थी। तीनों को गुरुवार को सिलीगुड़ी अदालत में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) देवांजन घोष के सामने पेश किया गया। सरकारी अधिवक्ता रतन बणिक ने बताया कि अदालत ने तीनों की जमानत याचिका खारिज कर 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

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