जालंधर : डीआरआई अधिकारियों ने 21 मार्च को जालंधर की दो एक्सपोर्ट कंपनियों पर ओवरबिलिंग के मामले में छापेमारी कर गहन जाँच की। जिन कंपनियों पर छापेमारी की गई उनके नाम सिमरन इंटरनेशनल (दादा कॉलोनी) और भाटिया सेल्स कारपोरेशन (बस्ती शेख) है। ये दोनों कंपनियां स्कैफोल्डिंग दुबई के लिए एक्सपोर्ट का काम करती हैं। इन दोनों कंपनियों के मालिक गगनदीप सिंह, जो कि फेडरेशन ऑफ़ इंडस्ट्रीज एंड ट्रेडर्स असोसिएसन के अध्यक्ष हैं और दूसरी कंपनी के मालिक तरलोचन भाटिया हैं। डीआरआई अधिकारियों ने सिमरन इंटरनेशनल कंपनी में सुबह के साढ़े ग्यारह बजे से शाम के साढ़े सात बजे तक छानबीन की।
सूत्रों के अनुसार दो फार्मों के लगभग 80 कंटेनरों को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर जाँच के लिए रोका गया था। डीआरआई का मानना है कि एक्सपोर्ट करने में इंसेंटिव चोरी के लिए जो ओवरबिलिंग होती है। उसकी शुरुआत सबसे पहले उस आदमी से होती है जो एक्सपोर्टर को सप्लाई देता है। ये फर्म 100 रुपए की चीज का बिल 200 रुपए बनाती है। इस रकम से एक्सपोर्टर अपनी खरीद बताता है। फिर इसमें अपना मार्जिन जोड़कर विदेश सामान भेजने की बोगस जानकारी देता है। इससे टैक्स चोरी हो रहा है। इसलिए यह कंपनियां जांच के घेरे में आई है।
लुधियाना के अन्य एक्सपोर्ट फर्म भी डीआरआई के निशाने पर हैं इसकी जाँच दो तरीके से जांच चल रही है। पहला जो लोग दुबई एक्सपोर्ट करने में ज्यादा बिल बनाकर इंसेटिव चोरी कर रहे हैं। और दूसरा जिन फर्मों से फिनिश्ड प्रोडक्ट खरीदे हैं, उनके बिल चेक करके ये सबूत जुटाए जा रहे हैं कि एक्सपोर्ट कंपनियों ने कितने सस्ते माल को महंगा बताकर बेचा है।
डीआरआई की छापेमारी के दौरान कारोबारी संगठनों के लोग भी पहुंचे ट्रेड-इंडस्ट्री की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के कन्वीनर रविंदर धीर, जेटीएमए के प्रधान आरके शर्मा, जालंधर इंडस्ट्रीयल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन के प्रधान नरिंदर सिंह सग्गू, उद्योग नगर मैन्युफेक्चरर्स एसोसिएशन के प्रधान तेजिंदर सिंह भसीन, अटारी बाजार होलसेल एसोसिएशन के सुखविंदर सिंह बग्गा, इंडस्ट्रियल एस्टेट वेलफेयर सोसायटी के सूबा सिंह, जिला परिषद मार्केट के प्रधान एडवोकेट रंजीत सिंह, होलसेल शूगर मर्चेंट एसोसिएशन के प्रतीम सिंह अरोड़ा और किशन लाल शर्मा, मंदीप सिंह मनचंदा, जेटीएमए के मंदीप सिंह गुजराल, फगवाड़ा गेट से गुरमीत सिंह बिट्टू, कैनाल इंडस्ट्रीयल कांप्लेक्स की एसोसिएशन के विक्की कालिया, सैनी कॉलोनी की इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के राकेश बहल पहुंचे।
स्कैफ फोल्डिंग फैक्ट्री से रिकार्ड लेकर डीआरआई की टीम लौटी
फोकलप्वाइंट एक्सटेंशन में स्कैफ फोल्डिंग बनाने वाली कंपनी से डीआरआई की टीम खरीद-फरोख्त के लेजर और बैंक खातों का रिकॉर्ड लेकर लौट गई। देर रात तक लुधियाना और दिल्ली की टीमों ने चारों फैक्ट्रियों में जांच की थी। डीआरआई से पता चला है कि कंपनी ने कुछ महीने पहले खुद का कारोबार शुरू किया। इसके दुबई भेजे तीन कंटेनरों की जांच हो रही है।
स्रोत : दैनिक भास्कर, ट्रिब्यून