मुंबई : मुंबई एयरपोर्ट पर 12 जुलाई सोने की तस्करी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया। इस मामले में ऐतिहाद एयरलाइंस के सिक्यॉरिटी हेड को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह सिक्यॉरिटी हेड एक अन्य यात्री के साथ मिलकर गोल्ड की तस्करी कर रहा था।
कस्टम की एयर इंटेलिजेंस यूनिट (एआईयू) के अडिशनल कमिश्नर मिलिंद लांजेवार के मुताबिक पिछले 12 महीनों में यह 18वां मौका है, जब किसी एयरलाइन का ही कोई स्टाफ गोल्ड की तस्करी में लिप्त पाया गया। लांजेवार के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष 2015-16 के इन साढ़े तीन महीनों में ही मुंबई एयरपोर्ट पर 147 किलोग्राम सोना जब्त किया गया।
क्या है पूरा मामला: सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुनील जगवानी नाम का एक यात्री 13 जुलाई 9 बजे ऐतिहाद एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या ईवाय-212 द्वारा मुंबई आया था। इसके पास से विदेशी मार्का वाले 1,348 ग्राम सोने के बिस्किट जब्त किए गए। इसका बाजार भाव 33.08 लाख रुपे आंका गया। यात्री ने ये बिस्किट सिगरेट के पैकेट में छिपा रखे थे।
जगवानी को तब पकड़ा गया, जब वह यह सोना ऐतिहाद एयरवेज के सिक्यॉरिटी ऑफिसर दीपक गोलानी को दे रहा था। दीपक गोलानी मुंबई में ऐतिहाद एयरलाइंस के सभी ऑपरेशनों का इनचार्ज है। पूछताछ करने पर यात्री जगवानी ने पहले भी चार बार सिक्यॉरिटी ऑफिसर दीपक गोलानी की मदद से एयरपोर्ट टर्मिनल से सोना बाहर लाने में सफल रहने की जानकारी दी। इन दोनों को हिरासत में ले लिया गया।
वॉट्स ऐप से हुई पुष्टि: एआईयू ने इन दोनों के वॉट्स ऐप संदेश भी जांचे, जिससे इनके तस्करी में लिप्त होने की पुष्टि हुई। इसके साथ ही इनके फोन कॉल की सूची और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए।
रक्षक ही बना भक्षक: विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दीपक गोलानी ऐतिहाद एयरवेज का भारत में तीसरा सबसे बड़ा अधिकारी है और इसका मासिक वेतन डेढ़ लाख रुपे प्रति महीने है। गोलानी का काम सुरक्षा सुनिश्चित करने और तस्करी को रोकने के लिए कस्टम, एआईयू और सुरक्षा एजेंसियों को सहयोग देना है। गोलानी के इस काम में लिप्त होने के बाद अब सुरक्षा एजेंसियों को एयरलाइन की पूरी सुरक्षा प्रणाली के खतरे में होने का संदेह सता रहा है। एयरलाइन का कहना है कि वे ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेगी, इस मामले में जांच एजेंसियों को पूर्ण सहयोग देगी।