डीआरआई ने पकड़ा जाली नोट तस्करी गिरोह

पटना: डायरेक्ट्रेट आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस पटना की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर 5.89 लाख रुपये के जाली नोट के साथ दो तस्करों को दबोच लिया। दोनों बंगलादेश से जाली नोट लेकर फरक्का एक्सप्रेस से पटना जंक्शन पहुंचे थे। वहां से बस से मोतीहारी होते हुए अरेराज जा रहे थे। गिरफ्तार दोनों तस्कर रविन्द्र यादव व मुन्ना यादव अरेराज के ही रहने वाले हैं। अरेराज से जाली नोट के इस खेप को दिल्ली, चंडीगढ़ व हरियाणा भेजा जा रहा था। दोनों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।fake currency
पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया है कि उनके गिरोह के लोगों ने पिछले तीन माह के अंदर एक करोड़ रुपये से अधिक जाली नोट ला चुके हैं। पिछले माह उनके ही गिरोह के एक व्यक्ति को दस लाख रुपये के जाली नोट के साथ मोतीहारी से ही दबोचा गया था। डीआरआई सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान जाली भारतीय नोट बनाने का पुराना केन्द्र रहा है। वहां उच्च क्वालिटी के जाली नोट बनाए जा रहे हैं। इसे बंगलादेश के रास्ते बिहार होते हुए उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा आदि शहरों में ले जाया जा रहा है। बंगलादेश में उन्हें एक लाख रुपये देने पर दो लाख चालीस हजार का जाली नोट मिलता है। दिल्ली जाते-जाते एक लाख का एक लाख चालीस हजार हो जाता है। बंगलादेश से दिल्ली पहुंचते-पहुंचते एक लाख रुपये में एक लाख का फायदा होता है।

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