नई दिल्ली : राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने एक बड़ा घोटाला पकड़ा है जिसमें कई ऊर्जा कंपनियां और व्यापारी शामिल हैं। इनमें से कुछ राज्य क्षेत्रों से हैं।
डीआरआई सूत्रों ने बताया कि इन लोगों ने कर पनाहगाह के जरिये कथित तौर पर आयातित कोयले का मूल्य बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया, जिससे विदेश में पैसा भेजा जा सके और बिजली के लिए ऊंचा शुल्क वसूल किया जा सके।
डीआरआई की जांच के घेरे में आई इन कंपनियों में कुछ क्षेत्र के बड़े नामों में से है और इनमें कुछ राज्य बिजली बोर्ड और केंद्रीय बिजली इकाइयां शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने पाया कि इंडोनेशियाई कोयले के कुछ आयातकों ने कृत्रिाम रूप से अपने आयात मूल्य को बढ़ाकर दिखाया। इस अतिरिक्त मूल्यांकन का मकसद विदेश में धन इधर-उधर करना और आयातित कोयले की कृत्रिम रूप से बढ़ी लागत के आधार पर बिजली के लिए ऊंचा शुल्क प्राप्त करना है। एजेंसी द्वारा जुटाई गई खुफिया सूचनाओं के हिसाब से संकेत मिलता है कि इंडोनेशियाई कोयले का वहां के बंदरगाहों से यहां सीधे आयात किया गया। वहीं आयात इन्वाइस सिंगापुर, दुबई, हांगकांग, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड और अन्य स्थानों पर स्थित इंटरमीडिएरीज के जरिये भेजे गए।