जयपुर : विशेष आर्थिक अपराध न्यायालय ने सोना तस्करी के चार दोषियों को 20 जून को सजा सुना दी। एयरइंडिया के सीनियर सुपरवाइजर सहित तीन दोषियों को पांच साल की जेल और 1.10 लाख रुपए का जुर्माने की सजा दी गई है। साथ ही तस्करी का सोना लाने के दोषी युवक को तीन साल की जेल और 60 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है। प्रदेश में सोना तस्करी के मामले में पहली बार किसी एयरलाइन अफसर को सजा हुई है।
विशेष आर्थिक अपराध कोर्ट ने एयरपोर्ट पर डेढ़ साल पहले तस्करी का सोना बरामद होने के मामले में निर्णय सुनाया। विशेष लोक अभियोजक बनवारी लाल ताखर ने बताया कि एयर इंडिया के सीनियर सुपरवाइजर समीर निगम, इंडो-थाई एयरपोर्ट मैनेजमेंट सर्विसेज कंपनी के लोडिंग सुपरवाइजर लेखराज सैनी और झुंझनू के डूंडलोद निवासी प्रवीण सैनी को 5 साल कैद सुनाई। इन पर 1.10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। इसी तरह दुबई से फ्लाइट में सोना लेकर आने वाले सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ निवासी गोविंद कुमावत को तीन साल जेल और 60 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है।
हर बार सवालों में एयरलाइन कर्मचारी, सजा पहली बार
पिछले 4 सालों में जयपुर एयरपोर्ट पर तस्करी के मामलों में 100 फीसदी से अधिक इजाफा हुआ है। सिर्फ 2013-14 में ही 25 से अिधक मामले सामने आए। इनमें अिधकतर मामलों में एयरपोर्ट या एयरलाइन कर्मचािरयों की मिलीभगत का संदेह जताया गया। 2013 मेें पकड़े गए तस्करों ने तो यहां तक कबूला कि जयपुर एयरपोर्ट तस्करी का सबसे सुरक्षित रास्ता बनता जा रहा है। लेकिन यह पहली बार है कि एयरपोर्ट या एयरलाइन कर्मचारी पर जुर्म साबित हुआ और उसे सजा हुई। कुछ मामलों में जांच आगे बढ़ी लेकिन पूरी नहीं हो सकी।
कूड़ेदान में मिला था 3 किलो सोना
कस्टम्स अधिकारियों को जनवरी 14 में एयरपोर्ट पर टॉयलेट के बाहर डस्टबिन में तीन किलो सोना बरामद हुआ था। जांच में सामने आया कि गिरोह का सरगना झुंझनू जिले के डूंडलोद निवासी प्रवीण सैनी शेखावाटी से युवकों को सोना लाने के लिए विदेश भेजता था। वह युवक सोने को जयपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद टॉयलेट में छिपा देता। एयरइंडिया का सीनियर सुपरवाइजर वहां से सोना निकाल कर एयरपोर्ट के बाहर इंडो-थाई के लोडिंग सुपरवाइजर लेखराज सैनी को सौंप देता। लेखराज सोने को सरगना प्रवीण तक पहुंचाता था।