नवांशहर—-15 सितंबर को 15 किलो सोना लेकर मलेशिया से आते हुए दिल्ली में पकड़े गए नवांशहर निवासी नरेश गोयल के मकान पर दोपहर को कस्टम विभाग की टीम ने दबिश दी। जांच टीम के पहुंचने की सूचना पहले से होने के कारण घर में लगे सीसीटीवी कैमरों का ड्रायवर गायब करने के साथ ही कुछ अन्य समान भी समेट लिया गया। नवांशहर के लालिया मोहल्ला निवासी नरेश गोयल को दिल्ली एयरपोर्ट पर 15 किलो सोने सहित गिरफ्तार किया गया था। कस्टम विभाग के करीब छह एसपी रैंक के अधिकारियों वाली टीम ने शनिवार को गोयल के घर पर दबिश दी।
कस्टम विभाग की टीम में दिल्ली, लुधियाना व दिल्ली के अधिकारी शामिल थे। टीम ने जांच के दौरान घर में आने-जाने वालों पर पाबंदी लगा दी और गोयल की पत्नी से पूछताछ की तथा घर में पड़े समान की जांच की। देर शाम तक जांच टीम गोयल के घर में ही मौजूद थी।
एजेंट का काम भी करता है गोयल
मोहल्ले में से मिली जानकारी के अनुसार नरेश गोयल बीतेकई वर्ष से मलेशिया में लोगों को भेजने का काम भी करता है। इसके बदले में वह एक लाख रुपये तक की रकम वसूल करता था। सूत्रों की माने तो वह भारत से चाइना मोबाइल मलेशिया के लिए ले जाता था और मलेशिया से एइडी, सोना आदि लाता था। लगभग हर माह ही गोयल मलेशिया आता-जाता है, जिसके चलते मोहल्ले में उसे मलेशिया वाले के नाम से ही जाना जाता है।
राहों में नवांशहरियों का डिपो चलाता था गोयल
नवांशहर में करीब आठ वर्ष पहले बसा निरेश गोयल राहों में रहता था, जहां उसने कपड़े की दुकान चलाई। जिस पर लिखा था कि नवाशहरियों का डिपो, हलांकि वह संगरूर जिले से आकर राहों में बसा था। उसके बारे में स्थानीय लोगों को भी पूरी जानकारी नहीं कि वह कहां से आया और कौन है, लेकिन कस्टम विभाग अब गोयल की कुंडली तैयार करने में जुटा है।
नवांशहर में साई भगत के नाम से भी बना रहा था पहचान
बीते दिनों नरेश गोयल ने डेढ़ किलो सोने का हार साई मंदिर में चढ़ाया था, जिसके बाद उसके मोहल्ले के लोग हैरत में थे कि एक आम व्यक्ति इतना दान आखिर कैसे कर सकता है। वहीं कुछ लोग उसे साई भगत भी बता रहे थे। कस्टम विभाग की टीम के नवांशहर पहुंचने से पहले नवांशहर निवासियों को गोयल के इस धंधे के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लोग तो उसे साई भगत ही मान रहे थे।
सौजन्य से : दैनिक जगरण