ऑटो कंपनियों पर उत्पाद शुल्क का असर

नई दिल्ली : अब यह बात लगभग साफ हो गई है कि शुल्कों में राहत देने का असर सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों पर एक सा नहीं पड़ रहा है। दिसंबर, 2014 में केंद्र सरकार ने ऑटोमोबाइल उद्योग को शुल्कों में दी गई चार फीसद की रियायत वापस ले ली। जनवरी, 2015 के आंकड़े बताते हैं कि जिन कंपनियों की बिक्री की रफ्तार पहले से बढ़ी हुई थी, उन पर खास असर नहीं पड़ा है। वहीं, जिन कंपनियों की बिक्री पहले से घट रही थी, उन्हें इसका बड़ा झटका लगा है। 1मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और होंडा ने नए मॉडलों के जरिये अपनी कारों की अच्छी बिक्री की है। हालांकि हुंडई की बिक्री प्रभावित हुई है, जबकि जनरल मोटर्स, फोर्ड जैसी कंपनियों की बिक्री पहले की तरह ही घट रही है। दोपहिया बाजार में भी शुल्क रियायत की वापसी का असर दिखा है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी की बिक्री जनवरी, 2015 में 9.3 फीसद बढ़ी है। वैसे यह दिसंबर, 2014 13.3 फीसद की बढ़ोतरी से कम है, लेकिन दिसंबर में बिक्री बढ़ने के पीछे त्योहारी सीजन का भी हाथ रहा है।

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