आईजीआई एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं, असामाजिक तत्व उठा सकते है इसका फायदा

नई दिल्ली : इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आईजीआई) के कार्गो टर्मिनल में सुरक्षा व्यवस्था की अनदेखी की जा रही है। इससे देश के व्यस्ततम एयरपोर्ट के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
एयरपोर्ट अधिकारियों की मानें तो वहां न तो वाहन व कार्गो (विमान में लाने ले जाने वाले सामान) की जांच के लिए स्कैनर अथवा जांच मशीन है और न ही सरकारी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं है। जो लगे हैं, उनमें से भी कई काम नहीं कर रहे हैं।
इस स्थिति का फायदा उठाकर कोई भी कार्गो टर्मिनल से प्रवेश कर आईजीआई के एयर साइट तक पहुंच सकता है। एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक इस स्थिति में आतंकियों पर काबू पाना सुरक्षा एजेंसियों के लिए काफी कठिन होगा।
एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक कार्गो टर्मिनल की सुरक्षा के मद्देजनर हाल ही में एयरपोर्ट सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग में दिल्ली पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारियों ने सवाल भी उठाए थे। एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए कार्गो टर्मिनल की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने का सुझाव दिया गया था। एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था कैसी हो यह ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) तय करता है। सुरक्षा एजेंसियों की आपत्ति के बावजूद कार्गो टर्मिनल में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने संबंाी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। यह स्थिति तब है जब इस वर्ष जनवरी में पठानकोट एयर बेस में आतंकी प्रवेश करने में सफल हो गए थे। आईजीआई एयरपोर्ट भी आतंकियों के निशाने पर है।
आईजीआई एयरपोर्ट से जहां यात्रिायों और उड़ानों की संख्या बढ़ रही है, वहीं कार्गो विमान की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। वर्ष 2005-06 में जहां एयरपोर्ट से रोजाना करीब 151 कार्गो विमान का संचालन होता था, वहीं वर्ष 2015-16 में यह संख्या 344 पर पहुंच गई है। कार्गो के लिए रोजाना हजारों वाहन और बाहरी लोग आते-जाते हैं। बावजूद इसके कार्गो टर्मिनल की सुरक्षा पुख्ता नहीं है। अंदर की सुरक्षा निजी सुरक्षा कर्मियों के हवाले है।
कार्गो टर्मिनल के पांच प्रवेश गेट सहित एयर साइड में ही कुछ हथियारबंद सीआईएसएफ जवानों की तैनाती की गई है। अंदर जाने वाले कार्गो वाहनों की जांच के लिए स्कैनर व अन्य अत्यााुनिक जांच उपकरण नहीं हैं। कई एकड़ में फैले कार्गो परिसर में महज 800 सीसीटीवी कैमरे हैं। इनमें से कई कैमरे खराब हैं, जिससे सीसीटीवी द्वारा पूरे परिसर पर नजर नहीं रखी जा सकती है।
सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि यदि कोई असामाजिक तत्व विस्फोटक या हथियार के साथ कार्गो टर्मिनल में पहुंच गया तो अंदर के रास्ते रन-वे तक भी पहुंच सकता है। इस स्थिति से निबटने के लिए एजेंसियां सुरक्षा संसाान बढ़ाने सहित यात्री टर्मिनल की तरह कार्गो टर्मिनल पर भी सीआईएसएफ की तैनाती की मांग काफी समय से कर रही हैं।
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) का दावा है कि कार्गो टर्मिनल की सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय किए गए हैं। पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। कार्गो टर्मिनल में सिर्फ जांच किए हुए रजिस्टर्ड वाहनों को प्रवेश दिया जाता है। पैदल आने-जाने वालों को पास जारी किया जाता है।
प्रवक्ता का कहना है कि कार्गो टर्मिनल का पूरा सिस्टम बीसीएएस के दिशानिर्देश के तहत है।

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